- वेस्ट में फर्जी डिग्रियां, नकली नोट, फर्जी तरीके से नौकरी है आसान

- फर्जी सर्टिफिकेट की मंडी बना है वेस्ट यूपी, चल रहे हैं बड़े गिरोह

- कई बार खुलासे हुए और आरोपी पकड़े गए, बाहर आकर फिर तैयार

- देशभर में फर्जी खेल चालू, गलत तरीके से पा चुके हैं हजारों नौकरियां

Meerut: वेस्ट यूपी में सबकुछ हाजिर है। फर्जी सर्टिफिकेट और पेपर लीक के मामले कहीं भी हो सीन वेस्ट में ही क्रिएट हो रहा है। फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरियां पाने का सिलसिला, कॉम्पटीशन के लिए मुन्ना भाइयों की जमात वेस्ट में खूब पनप रही है। अब इस खेल का कनेक्शन हाईटेक जमाने साथ हाईटेक डिवाइस से जुड़ गया है। कॉम्पटीशन एग्जाम क्लीयर कराने से लेकर फर्जी तरीके से एडमिशन और नौकरियां लोग घर बैठे पा रहे हैं। बस उनको पैसा फेंकना होता है। रविवार को पकड़े गए एसएसपी का पेपर लीक करने वाले गिरोह का खेल सामने आया, जिसकी जड़ें पूरे देश में फैली हैं। सरकारी नौकरी के सभी एग्जाम को पास कराने का फंडा इनके पास है। ऐसे ही दर्जनों गिरोह सरकारी नौकरी के पेपर आउट कराकर पैसा कमाने में लगे हैं। ऐसे ही खेल पर हम बात कर रहे हैं। जिसकी जड़ों को खत्म करना आसान नहीं है।

कल की बात है

रविवार को होने वाले एसएसपी के हायर सैकेंडरी कम्बाइंड लेवल एग्जाम का पेपर आउट करने वाले गिरोह को एसटीएफ ने पकड़ा था। इस गिरोह के कुछ ही मेंबर हाथ आए, जबकि पूरे देशभर में इन लोगों का नेटवर्क फैला है। यूपी के कई सेंटर्स पर पेपर उपलब्ध कराया गया। जो पकड़े गए उनका खुलासा हो गया और जो एग्जाम दे गए उनका कुछ नहीं हुआ। वे एग्जाम में पास हो जाएंगे और नौकरी पा लेंगे। भले ही उनके सर्टिफिकेट भी फर्जी हों। क्योंकि पकड़े गैंग के कनेक्शन इतने लंबे हैं कि उनको काटना आसान नहीं है।

पेपर आउट का हाईटेक कनेक्शन

पेपर आउट का खेल कोई नया नहीं है। बस इसकी टेक्नोलॉजी बदल गई है। पहले पेपर आउट होने के बाद उसको हाथों से लिखा जाता था या फिर फोटो कॉपी करके बांटा जाता था। जिसकी कीमत भी कम होती थी लेकिन डर बहुत होता था। अब जमाना हाईटेक हुआ और कीमत भी बढ़ गई। अब कॉपी कराने की कोई समस्या ही नहीं रही। किसी भी एग्जाम सेंटर से पेपर की मोबाइल से फोटो करते हैं और फिर उसको व्हाट्स एप के जरिए मुन्ना भाइयों तक पहुंचा दिया जाता है। अब कॉलेज में होने वाली परीक्षा हो या फिर कॉम्पटीशन एग्जाम सभी में मोबाइल यूज हो रहा है।

चल रहा बड़ा खेल

रविवार को एसएससी एग्जाम के दौरान पेपर आउट कराने वाले इस गिरोह के लोगों का देशभर में बड़ा खेल चल रहा है। बागपत के अरविंद नामक व्यक्ति का एक फर्जी यूनिवर्सिटी के साथ कनेक्शन भी है। जिसकी मार्कशीट, और डिग्रियां बनाकर वह देशभर में हजारों लोगों को नौकरी दिलवा चुका है। ख्0क्फ् में रेलवे भर्ती बोर्ड का पेपर आउट कराया था। जिसमें वह जेल गया। इसके बाद अब फिर उसने वही खेल शुरू कर दिया है। जिसमें नए लोग और जुड़ गए हैं। यह गिरोह इतना बड़ा हो गया है कि सभी मेंबर को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

सब जगह मौजूद

इस गिरोह के मेंबर्स का अन्य गिरोहों से भी ताल्लुक है। जो एक दूसरे को काफी सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। जिनकी पैठ सरकारी डिपार्टमेंट्स में है। सरकार से लेकर सरकारी महकमों में इनकी ऐसी पकड़ है कि ये जो चाहे करा लेते हैं। एग्जाम का पेपर लीक होने की शुरुआत डिपार्टमेंट से होती है या फिर सेंटर्स से। जहां से लाखों का बड़ा खेल शुरू होता है। इस खेल को करने वाले करोड़ों रुपए कमाते हैं। जहां पहले नौकरी के लिए पेपर आउट की कीमत दो लाख रुपए होती थी अब वही कीमत बढ़कर चार चालीस लाख तक पहुंच गई है। जितनी बड़ी नौकरी पैसा भी उतना ही मोटा चलता है।

एडमिशन या फिर नौकरी

वेस्ट में पनप रहे बड़े गिरोह का खेल इतना बड़ा हो गया है कि उसको रोकना मुश्किल है। कुछ लोगों को किसी तरह पुलिस मुखबिर की सहायता से पकड़ लेती है। लेकिन इनकी जड़ तक कभी नहीं पहुंचती। जिसके लिंक जोड़ने में हर कोई फेल हो जाता है। जिसने जो बता दिया बस वही फाइनल हो जाता है। पुलिस भी इसमें खेल करती है और आरोपियों को पैसे लेकर खुलेआम छोड़ देती है। अब हाल ये है कि किसी बड़े कॉलेज में एडमिशन के लिए, एग्जाम पेपर या फिर किसी नौकरी के लिए होने वाला एग्जाम पेपर कभी आउट कर दिया जाता है।

इलेक्ट्रिक डिवाइस ने किया आसान

जब से लोगों के पास हाईटेक टेक्नोलॉजी आई है तब से ऐसे केस लोगों के लिए आसान हो गए हैं। अब आसानी से किसी को कुछ भी उपलब्ध करा दिया जाता है। चंद सेकंड में आपके पास पेपर का सॉल्यूशन घर बैठे मिल जाता है। अब तो ना किसी के पास जाने का खर्चा और ना ही किसी से मिलने की जरूरत। बस आपके पास मिडिएटर आएगा और वह ऊपर से आपकी सेटिंग करा देगा। आज भी इंडिया में चल रही कई फर्जी यूनिवर्सिटीज के सर्टिफिकेट पर लोग बड़े ओहदे पर पहुंच गए। सरकारी नौकरियां तक पा ली गई। प्राइवेट सेक्टर में देखा जाए तो फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी पाने वालों की संख्या काफी अधिक है।

Posted By: Inextlive