बैंकों में धनराशि जमा कराने और निकालने में स्लिप का प्रयोग होगा कम

ग्रीन चैनल काउंटर पर ग्राहक आसानी से जमा, निकासी व खाते में ट्रांसफार्मर कर सकेंगे रूपये

Meerut। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शहर की कुछ बैंकों ने पेपरलैस योजना को अपनाने की पहल की गई। इसके तहत बैंकों में धनराशि को निकालने और जमा कराने में कागज की स्लिप का प्रयोग कम होगा। लीड बैंक अधिकारी अविनाश तांती ने बताया कि पेपरलैस योजना के तहत ग्राहकों को बैंक में बचत खाते में रूपये जमा करने या निकासी के लिए वाउचर या फार्म भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

क्या है ग्रीन चैनल काउंटर

बैंकों में पैपर लैस योजना के तहत ग्रीन चैनल काउंटर व्यवस्था होगी। हालांकि सबसे पहले इसकी शुरुआत एसबीआइ ने की थी। काउंटर पर ग्राहकों को 20 रुपये खर्च करते हुए ग्रीन कार्ड बनवाना होगा। इसके बाद उन्हें एटीएम जैसा कार्ड मुहैया कराया जाएगा, जिसके प्रयोग से सारी मुश्किलें आसान हो जाएगी। इस काउंटर और कार्ड से जहां बचत खातों के लेन-देन की राह आसान होगी, वहीं बैंकों से कागजों का बोझ कम होगा।

40 हजार की लिमिट

ग्रीन चैनल काउंटर से बिना जमा पर्ची भरे लेन-देन की सीमा 40 हजार तक होगी। ग्राहक 40 हजार तक जमा, निकासी व खाते में ट्रांसफार्मर कर पाएंगे। इसके लिए उन्हें ग्रीन कार्ड काउंटर पर लगी पीओएस मशीन में अपना कार्ड स्वैप करना होगा। इसके बाद खाता सहित जमा राशि दर्ज करनी होगी। सुबूत के तौर पर उन्हें बैंक द्वारा एक स्लिप दी जाएगी। बैंक से किया गया किसी प्रकार का लेन-देन उनके मोबाइल फोन पर भी मैसेज के जरिए पहुंच जाएगा।

पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बैंकों में पेपरलैस योजना पर काम किया जा रहा है। इसमें अगर ग्राहक पूरा सहयोग करेंगे तो पर्यावरण को सुरक्षित रखने में बहुत सहयोग मिलेगा।

अविनाश तांती, लीड बैंक अधिकारी

बैंक में बहुत से लोग पे स्लीप को खराब करके बार बार नई स्लीप का प्रयोग करते है। इससे हमारे पर्यावरण को काफी नुकसान होता है।

चैतन्य

बैंकों में सबसे ज्यादा पेपर की बर्बादी होती है। बैंक द्वारा पेपर लैस करनी की योजना बहुत ही अच्छी है।

सचिन

Posted By: Inextlive