प्राइमरी स्कूलों में बनेंगे पेरेंट्स कॉर्नर

अभिभावकों को शिक्षा व अन्य सरकारी योजनाओं की मिलेगी जानकारी

गोंडा की तर्ज पर शासन ने दिए सभी जिलों को निर्देश

Meerut। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी शिक्षित किया जाएगा, जिसके तहत बेसिक शिक्षा परिषद ने अनूठी पहल करते हुए स्कूलों में पेरेंट्स कॉर्नर बनाने के निर्देश दिए हैं। अभिभावकों के लिए खास तौर से तैयार कॉर्नर में अभिभावकों को शिक्षा संबंधी योजनाओं के अलावा तमाम सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी। उत्तर प्रदेश के ही गोंडा जिले के एक स्कूल में सफल प्रयोग के बाद बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर ने सभी जिलों को इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य स्कूल में आने वाले अभिभावकों को तमाम सरकारी योजनाओं के बारे में प्रमुखता से जानकारी देना है।

कॉर्नर संभालेंगे प्रिंसिपल

स्कूलों में पेरेंट्स कॉर्नर का नेतृत्व स्कूल प्रिंसिपल करेंगे। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कॉर्नर पर तमाम योजनाओं की जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाएगा। साथ ही अभिभावकों को इनके बारे में जानकारी देने के लिए आईसीटी की ट्रेनिंग कर चुके अध्यापक को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। इसके अलावा तख्तियां, स्लोगन, चार्ट की सहायता से लोगों को इनकी प्राथमिक जानकारी दी जाएगी। इसका उद्देश्य योजनाओं से वंचित लोगों को जागरूक करना है।

इन योजनाओं पर होगा काम

काउंटर पर शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 की हिंदी की प्रतियां स्कूल में रखी जाएंगी।

छात्रों के 15 साल से अधिक उम्र के अशिक्षित परिवारजनों का रिकार्ड भी स्कूल में रखा जाएगा।

स्कूल का प्रत्येक बच्चा अपने परिवार के अशिक्षित जन को साक्षर करेगा।

स्कूल में ही पेरेंट्स को आपातकालीन सेवाओं जैसे पुलिस सहायता, महिला उत्पीड़न, 1090 व एंबुलेंस सेवा, अग्निशमन सेवा के बारे में भी बताया जाएगा।

अभिभावकों को सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, जनसुनवाई, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, स्वच्छ भारत मिशन व अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा।

आरटीई एक्ट, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के बारे में बताया जाएगा।

समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित बाल पुष्टाहार योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी।

डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों को डिजिटल इंडिया के बारे में जानकारी दी जाएगी।

खुले में शौच, उससे होने वाली बीमारियों व शौचालय के फायदों के बारे में भी बताया जाएगा।

हम कार्ययोजना पर विचार कर रहे हैं। इसके बाद शासन के निर्देशानुसार जल्द ही स्कूलों में इन्हें लागू कर दिया जाएगा।

एसके गिरि, एबीएसए, मेरठ

Posted By: Inextlive