यहां जुआरी, जानवर और गंदगी ही दिखेगी, पार्क कहीं नहीं दिखेगा
- आवास विकास सेक्टर 1 की स्थिति बदहाल
- हरियाली की जगह दिखाई दे रही गंदगी - लोगों की जगह बंधे रहते हैं मवेशी, जुआरी खेलते रहते हैं जुआ AGRA। जहां बच्चों को खेलना चाहिए था वहां जुआरी जुआ खेलते नजर आते हैं, बाकी जगहों पर लोगों ने अपने पशु बांध दिए हैं, वहीं पार्क में जहां हरियाली होनी चाहिए थी वहां गंदगी का अंबार नजर आ रहा है। ऐसी गंदी स्थिति में महिलाओं और बच्चों को घूमने और खेलने के लिए कोई जगह नहीं बचती है। कुछ ऐसा ही नजारा है आवास विकास स्थित सेक्टर एक के पार्क का, जो कहने को तो पार्क है लेकिन दिखने में डलावघर जैसा है, गंदगी से उठती बदबू ने आस-पास के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। पार्क कहें या जुआघरआवास विकास सेक्टर एक के पार्क को यदि जुआ घर कहें तो कोई बड़ी बात नहीं क्योंकि पार्क में बच्चे कम खेलते दिखाई देते हैं और जुआरी ज्यादा दिखाई देते हैं, जिसके फैमिली तो शायद ही कभी इधर का रुख करती हो।
कैसे बनेगा माहौलपार्क की दुर्दशा पर आस-पास के लोगों की नींद हराम हो गई है। पार्क डेवलप न होने के कारण पार्क का माहौल पहले से ही इतना खराब हो चुका है कि अराजकतत्वों को रोकने के लिए और यहां की दुर्दशा सुधारने के लिए नगर निगम के साथ पुलिस को भी आगे आना होगा।
लगा हुआ है गंदगी की अंबार पार्क के अंदर व बाहर गंदगी ही गंदगी दिखाई देती है। यहां रहना तो दूर यहां से लोगों का निकलना भी दुश्वार हो गया है। लोगों का कहना है कि कूड़े का ढ़ेर लगा होने के कारण आने जाने वाले लोग अपनी नाक पर कपड़ा रखकर निकलते हैं। जवाब दे गया हैंडपंप पार्क में लगा हैंडपंप शोपीस बना हुआ लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। पार्क की दुर्दशा को लेकर लोगों ने कई बार कंप्लेन की लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। पार्क है कि मवेशीखाना सेक्टर एक के पार्क की दुर्दशा पर भले ही लोग अपने आंसू बहा रहे हों लेकिन पार्क में बंधे हुए मवेशी जमकर मस्ती कर रहे हैं। पार्क मवेशीखाना बन जाने के कारण भी लोग इधर रुख नहीं करते हैं। 'इस पार्क की स्थिति बहुत खराब है, यहां नगर निगम का कोई भी अधिकारी भी नहीं आता, अधिकारी तो छोडि़ए यहां सफाई कर्मचारी भी दिखाई नहीं देता। यहां गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं जिसको स्थानीय लोग खुद साफ करते हैं' असलम, क्षेत्रीय निवासी'अगर यह पार्क बन जाएगा तो इससे कम से कम पांच सौ लोगों को लाभ मिलेगा, क्योंकि यह पार्क घनी आबादी के बीच में है इसलिए अधिकतर लोग इस पार्क में ही वक्त गुजारते हैं'
गुल मुहम्मद, क्षेत्रीय निवासी 'हम अपने बच्चों को इस पार्क में खेलने नहीं जाने देते क्योंकि इस पार्क पर जुआरियों ने कब्जा कर रखा है। लोग दिन भर इस पार्क में बैठकर जुआ खेला करते हैं जिसकी कई बार कंप्लेन की गई लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई' किरन राजपाल, क्षेत्रीय निवासी 'हमें तो इसे पार्क कहने में भी शर्म आती है, शायद इसलिए नगर निगम के अधिकारियों ने इस ओर आना बंद कर दिया है। पार्क अब किसी काम का नहीं है, इसमें केवल कुत्ते और जुआरियों का ही जमावाड़ा लगा रहता है' पदमा भाटिया, क्षेत्रीय निवासी 'हमारा मकान इस पार्क के सामने ही बना है, कभी-कभी इस पार्क में जाने का मन करता है लेकिन इसकी दुर्दशा देखकर नहीं जाते। कई बार संबधित अधिकारियों से कंप्लेन की गई लेकिन कोई सुनने नहीं आया' अरूणा सिंह, क्षेत्रीय निवासी'हमारा पार्क ख्भ् साल पुराना है, जिसमें कभी हरियाली देखने को नहीं मिली। पार्क की बाउंड्रीवाल गायब है तो वहीं पार्क के अंदर भरी पड़ी गंदगी लोगों को परेशान कर रही है'
नीलम मनवानी, क्षेत्रीय निवासी 'पार्क की बदहाली के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मैं पार्क में पड़ी हुई गंदगी को संबधित अधिकारी को भेजकर साफ करवा दूंगा जबकि पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए भी प्रयास किए जाएंगे' इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त 'पार्क में यदि कोई सफाई कर्मचारी गंदगी डाल रहा है तो मैं इसकी जानकारी कराता हूं और पार्क की दुर्दशा को सुधारने के प्रयास किए जाएंगे' राजीव कुमार राठी, पर्यावरण अभियंता