-रेलवे बजट में टेक्नोलॉजी और स्पीड बढ़ाने पर जोर लेकिन सीट अवेलेबिलिटी पर कोई योजना नहीं

- रेलबजट में सिटी को मिले फ्रिंज बेनीफिट, सेमी हाईस्पीड ट्रेन के अलावा जम्मू के लिए एक्सप्रेस ट्रेन की घोषणा

- ए 1 क्लॉस स्टेशनों में शुमार सेंट्रल स्टेशन को मिलेगी वाई फाई की सुविधा

KANPUR@inext.com

KANPUR: लोकसभा में ट्यूजडे को पेश हुए रेल बजट में सिटी को कई फ्रिंज बेनिफिट मिले। सेमी हाईस्पीड ट्रेन के अलावा रेलवे ने सारा जोर टेक्नोलॉजी और नेट का यूज बढ़ाने पर दिया है। लेकिन सौ टके की बात है कि इन सभी सुविधाओं का फायदा तभी मिल सकता है जब पैसेंजर को कंफर्म टिकट मिल जाए। जो आज भी बहुत बड़ा मिशन है। जिसके लिए पैसेंजर्स को मारामारी करनी पड़ती है। ऑनलाइन टिकटिंग पर जोर देने पर तो रेलवे का ध्यान है, लेकिन इन्हें दलालों और हैकरों से कैसे बचाया जाए इस पर बजट में कोई कदम नहीं उठाया गया है।

दलालों और हैकरों से कैसे निपटेंगे

ट्रेन का कंफर्म रिजर्वेशन कराने में दलालों और हैकरों को रेलवे कैसे रोकेगा, इसके लिए इस बजट में कुछ नया नहीं है। नई वेबसाइट के जरिए हर मिनट 7000 टिकट बुक करने की सुविधा तो शुरू कर रहा हैं। लेकिन हैकर्स के नेक्सस से वह इस वेबसाइट को कैसे बचाएगा। इसके अलावा रेलवे के रिजर्वेशन सेंटरों पर दलालों को रोकने भी कोई स्पष्ट योजना नहीं है। ऐसे में ट्रेनों में सुविधाएं बढ़ाने का फायदा तभी है जब पैसेंजर को टिकट आसानी से मिल सके।

रेल बजट में सिटी के लिए क्या

- कानपुर से दिल्ली सेमी हाईस्पीड ट्रेन

- जम्मूतवी के लिए हफ्ते में दो दिन एक्सप्रेस ट्रेन

- वाया सेंट्रल, मुंबई, आनंद विहार और गोरखपुर के लिए चार ट्रेनें

- ए क् कैटेगरी स्टेशनों में शुमार सेंट्रल स्टेशन के लिए वाईफाई की सुविधा

- कानपुर रिवर्स शताब्दी जैसी कम दूरी की एसी ट्रेनों में ऑफिस ऑन व्हील्स की सुविधा

ढाई घंटे में दिल्ली

कानपुर से दिल्ली के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन शुरू होने से दिल्ली पहुंचने में ढाई घंटे से भी कम समय लगेगा। क्म्0 से ख्00 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली यह ट्रेन मौजूदा ट्रैक के सुधारीकरण के बाद शुरू कर दी जाएगी। इस पर काम पहले से ही चल रहा है। अभी कानपुर शताब्दी से दिल्ली पहुंचने में सवा पांच घंटे लगते हैं। लेकिन इस ट्रेन के शुरू होने में अभी काफी समय लग सकता है।

इन योजनाओं का भिवष्य अधर में

सिटी में रेलवे की कई योजनाओं पर इस रेलवे बजट के आने के बाद सवाल भी खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल ये कि कानपुर से मुगलसराय के बीच रूके हुए ईस्टर्न फ्रेट कोरीडोर के काम क्या होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर बजट की कमी की वजह से यह काम कब खत्म होगा इसका कुछ अता पता नहीं है। इसके अलावा गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल बनाने के काम का अटक सकता है।

सेंट्रल और रावतपुर की बिजली गुल

मंगलवार को जब रेलमंत्री संसद में रेल बजट पेश कर लोगों को नए सपने दिखा रहे थे। उसी समय सेंट्रल स्टेशन और रावतपुर स्टेशन पर बिजली गुल हो गई। सेंट्रल पर कई प्लेटफार्मो पर भीषण धूप और उमस में न तो पंखे चल रहे थे और न ही वाटरकूलर। फूडस्टालों पर भी बिजली नहीं होने से रेफ्रीजरेटर नहीं चले। रावतपुर और सेंट्रल दोनों ही जगहों पर फॉल्ट की वजह से यह प्रॉब्लम आई थी।

न कोहरा है न कोई एक्सीडेंट फिर ट्रेनें लेट क्यों?

टयूजडे को जब रेल मंत्री अपने बजट में हाईस्पीड और बुलेट ट्रेनों की घोषणा कर रहे थे। उस समय सेंट्रल पर खड़े कई यात्री अपनी ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे। नार्थईस्ट, मुरी, संपर्क क्रांति, सीमांचल, राप्तीसागर, समेत दर्जनों ट्रेनें घंटों लेट चल रही थी। यह वो ट्रेनें जो बहुत कम ही अपने निर्धारित समय पर सेंट्रल पहुंचती हैं। ऐसे में पैसेंजर्स सवाल पूछते हैं कि कि न तो अभी कोहरा पड़ रहा है और न ही कोई एक्सीडेंट हुआ तो इतनी ट्रेनें लेट क्याें हैं।

क्या है पैसेंजर्स की राय

ट्रेनों और स्टेशन पर साफ-सफाई को प्राइवेटाइज करना अच्छी पहल है। लेकिन इसकी निगरानी भी होनी चाहिए।

- अंजलि मिश्रा

ट्रेनों की लेटलतीफी रोकने के लिए बजट में कुछ भी नहीं कहा गया है। सर्दियों में कोहरे का तो गर्मियों में पैसेंजर्स की भीड़ की वजह से ट्रेनें लेट होने का रेलवे बहाना बनाती है

- भरत लालवानी

ट्रेनों में लेडीज की सिक्यूरिटी के लिए महिला कॉस्टेबलों की भर्ती अच्छा कदम हैं। लेकिन मेमू ट्रेनों में ऐसा कुछ नहीं होता।

- शिखा

जनरल कोच और मेमू ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। प्लेटफार्म टिकट आनलाइन बेचने की योजना अच्छी शुरुआत है।

- आरती

छोटे व्यापारियों के लिए बजट में कुछ खास नहीं है। सिटी को नई ट्रेनों के नाम पर एक तरह से कुछ भी नया नहीं मिला है। मालभाड़े को लेकर भी बजट में कुछ नहीं है।

- एनपी श्रीवास्तव

Posted By: Inextlive