Gorakhpur : मुजफ्फरपुर-बांद्रा टर्मिनस अवध एक्सप्रेस ट्रेन में एक यात्री को बदमाशों ने चलती ट्रेन में मौत के घाट उतार दिया. यह घटना बगहा स्टेशन के समीप बाल्मिकी जंगल के पास घटी. इस घटना के बाद ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई लेकिन हैरत की बात यह है कि घटना के समय इस गाड़ी में न तो जीआरपी एस्कॉर्ट थी और न ही आरपीएफ. इस घटना की सूचना वाराणसी डिवीजन के टीटीई और गार्ड ने गोरखपुर कंट्रोल को दी. सूचना पाकर जीआरपी और आरपीएफ टीम छावनी स्टेशन पहुंची जहां डेडबॉडी को उतारा गया. जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.


छावनी में उतारी गई डेडबॉडी  
अवध एक्सप्रेस (19040) ट्रेन में पश्चिमी चंपारण जिले के दुर्गापुर चौहरी यादव छप्पर के रहने वाले दिवेश्वर ओझा की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जीआरपी के अनुसार मृतक एस-14 कोच के बर्थ नंबर 71 पर सफर कर रहा था। मृतक के गर्दन में दाहिने साइड में दो गोलियां लगी है, जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई.यह घटना बगहा स्टेशन के समीप की बताई जा रही है। मृतक के पास बेतिया से बांद्रा तक का रिजर्वेशन था, जिसका पीएनआर नंबर 6719331952 है। पनियहवा से चढ़े वाराणसी डिवीजन के आरपीएफ सिपाही धनंजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि उनके पास पेंट्रीकार मैनेजर और टीटीई गौरव ने स्लीपर कोच में डेडबॉडी की सूचना दी थी। उन्होंने और गार्ड श्रवण कुमार ने इसकी सूचना गोरखपुर कंट्रोल को दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। थर्सडे दोपहर करीब 1.45 बजे गाड़ी के छावनी स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी ने डेडबॉडी को कब्जे में ले लिया। जंगल में दिया था घटना को अंजाम


ट्रेन में बैठे यात्रियों की माने तो दो-तीन बदमाशों ने पनियहवा-बगहा के बीच बाल्मिकी जंगल में इस घटना को अंजाम दिया है। चूंकि पनियहवा-बगहा स्टेशन के बीच बाल्मिकी जंगल में मदनपुर देवी का पुल है, जहां हर गाड़ी की स्पीड धीमी हो जाती है। इसी बीच बदमाश घटना को अंजाम देकर ट्रेन से कूद गए। गोरखपुर जीआरपी की माने तो घटना की मेन वजह क्या है इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो सकी है। वैसे अंदेशा जताया जा रहा है कि मृतक पुरानी रंजिश का शिकार हुआ है। खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है।जैसे ही घटना की सूचना एनई रेलवे स्टाफ को हुई, उन्होंने इसकी सूचना आरपीएफ को दी। वहीं मौके पर पहुंची आरपीएफ टीम ने डेडबॉडी को उतरवाया। आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive