Jamshedpur : कारमेल जूनियर कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा हिंदी मीडियम के कारमेल प्रोजेक्ट स्कूल को बंद किए जाने को लेकर स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के पेरेंट्स वेडनेसडे को स्कूल मैनेजमेंट से मिलने पहुंचे. प्रोजेक्ट स्कूल को बंद किए जाने के मैनेजमेंट के डिसीजन के बाद पेरेंट्स अपने बच्चों के फ्यूचर को लेकर काफी परेशान हैं.

एफिलिएशन दिलवाने के लिए रिक्वेस्ट

वेडनेसडे को स्कूल मैनेजमेंट ने पेरेंट्स और अभिभावक संघ को साफ कहा कि बिना एफिलिएशन मिले स्कूल को रन नहीं किया जा सकता। ऐसे में स्कूल मैनेजमेंट ने पेरेंट्स और अभिभावक संघ से डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को मान्यता दिलवाने के लिए रिक्वेस्ट करने को कहा।

6th class के बच्चों के पेरेंट्स से साइन कराने की कोशिश हुई थी
वेडनेसडे को स्कूल मैनेजमेंट से मिलने पहुंचे 6ठी क्लास के बच्चों के पेरेंट्स को स्कूल मैनेजमेंट ने अलग से मिलने बुलाया और उनसे किसी पेपर पर साइन करने को कहा। पेरेंट्स ने पेपर पर साइन नहीं किया और उसके बाद सभी के एक साथ मिलने की बात कही। इसी दौरान स्कूल मैनेजमेंट ने सोनारी थाने को इंफॉर्म कर पुलिस को बुला लिया। बाद में पुलिस के प्रजेंस में पेरेंट्स और स्कूल मैनेजमेंट की बात हुई।


10वीं तक पढ़ाने की बात हुई, नए एडमिशन नहीं होंगे
स्कूल मैनेजमेंट और पेरेंट्स के बीच हुई बातचीत में स्कूल में एन्रॉल्ड स्टूडेंट्स को 10वीं तक पढ़ाने की बात हुई। स्कूल मैनेजमेंट का कहना था कि अगर प्रोजेक्ट स्कूल को एफिलिएशन मिल जाती है तो स्कूल में पहले से इन्रॉल्ड स्टूडेंट्स को 10वीं तक पढ़ाया जा सकता है। पेरेंट्स ने इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट से रिक्वेस्ट भी की थी। इसके अलावा नए एडमिशन नहीं लेने की बात स्कूल मैनेजमेंट ने कही। थर्सडे को पेरेंट्स और अभिभावक संघ के अध्यक्ष डीएसई से मिलेंगे।


हम थर्सडे को डीएसई से मिलेंगे और कारमेल प्रोजेक्ट स्कूल को मान्यता दिलवाने में उनकी हेल्प मांगेंगे।
-डॉ उमेश कुमार, अध्यक्ष, जमशेदपुर अभिभावक संघ


मेरी सिस्टर कारमेल प्रोजेक्ट स्कूल में 6ठी क्लास की स्टूडेंट है। हमें मैनेजमेंट द्वारा पहले बुलाया गया था और एक पेपर पर साइन करने को बोला गया पर हमने ऐसा नहीं किया।
-बिजय
बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं और अचानक से स्कूल बंद करने का डिसीजन बच्चों के फ्यूचर के साथ खिलवाड़ ही है न। हम ऐसा नहीं होने देंगे।
-भागीरथ कालिंदी, पेरेंट  
हमारे बच्चों के बारे में न सिर्फ स्कूल मैनेजमेंट को बल्कि एडमिनिस्ट्रेशन को भी सोचना चाहिए। स्कूल बंद हो जाने पर हमारे बच्चे कहां जाएंगे।
-सुमित्रा, पेरेंट

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Posted By: Inextlive