शुक्रवार रात पठानकोट में आतंकियों ने एयरबेस को निशाना बनाया। जिसके जवाब में भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने चार आंतवादियों को मार गिराया है। इन आतंकियों का सफाया करने के लिए यहां एयरफोर्स के कमांडो के साथ स्‍पेशल सिक्‍योरिटी फोर्सेज गरुड़ ने भी ऑपरेशन चलाया। हालांकि इस मुठभेड़ में एक गरुड़ कमांडो सहित 2 जवान शहीद हो गए हैं। बात जब गरुड़ स्‍पेशल फोर्स की होती है तो इनकी ताकतों के बारे में भी जान लें....


2000 हैं गरुड़ कमांडोयह इंडियन एयरफोर्स की एक स्पेशल फोर्स यूनिट है। जिसका गठन 2004 में किया गया था। इंडियन एयरफोर्स में 2000 गरुड़ कमांडो हैं। इसका नाम एक हिंदू मॉयथोलॉजिकल बर्ड (गरुड़) के नाम पर रखा गया। यह Direct Action, Airfield Seizure, Special Reconnaissance, Airborne Operations, Air Assault, Special Operations, Combat Search और Rescue ऑपरेशन के लिए जानी जाती है। टेररिस्ट के छुपे होने की जगह पता लगाकर यह फोर्स उन पर हवा से ही प्रहार करती है। वैसे इसके सभी ऑपरेशन सीक्रेट रहते हैं। वहीं यह फोर्स यूएन पीस में कांगो की तरह वर्क करती है। देश की सबसे युवा फोर्स2003 में गरुड़ कमांडो फोर्स बनाने का फैसला किया गया था। लेकिन 6 फरवरी 2004 को इन्हें इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया। ये भारत की सबसे युवा फोर्स भी मानी जाती है।inextlive from Spark-Bites Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari