रिम्स में भर्ती एक किशोर की मौत के बाद उसके परिजन ने जूनियर डॉक्टर पर लगाया है. उनका कहना था कि मरीज की सांस चल रही थी लेकिन उसके बाद भी डॉक्टर ने मास्क हटा दिया था जिससे मरीज ने तड़प-तड़प कर तोड़ दिया दम.

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RANCHI: चल रही थी सांस, डॉक्टर ने हटाया मास्क और मरीज ने तड़प-तड़प कर तोड़ दिया दम. यह आरोप रिम्स में भर्ती एक किशोर की मौत के बाद उसके परिजन ने जूनियर डॉक्टर पर लगाया है. साथ ही रिम्स प्रबंधन से ऐसे डॉक्टर को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. इस संबंध में डायरेक्टर व सुपरिंटेंडेंट से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी ने रिस्पांस नहीं किया. ऐसे में सवाल उठता है कि जान बचाने की उम्मीद लिये स्टेट के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में पहुंचने वाले गरीब मरीजों के साथ ऐसा कुकृत्य करने वाले डॉक्टर पर कैसे अंकुश लगेगा.

क्या है मामला
रविवार रात मरीज की स्थिति बिगड़ने के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगी. इसके बाद परिजन जूनियर डॉक्टरों के पास गए. उन्होंने परिजनों की बात को गंभीरता से नहीं लिया और फटकार लगाकर भगा दिया. इसके बाद परिजन ड्यूटी में तैनात नर्सो के पास पहुंचे पर उन्होंने भी यह कहते हुए परिजनों को भगा दिया कि जो डॉक्टर देख रहे हैं उन्हें बुलाकर लाओ वही देखेंगे. इस बीच परिजन दोबारा जूनियर डॉक्टरों के पास पहुंचे. मिन्नतें करने के बाद वे मरीज को देखने तो पहुंचे लेकिन कहा कि मरीज मर चुका है और ऑक्सीजन मास्क हटा दिया. जबकि परिजनों का कहना है कि मास्क और जरूरी इक्विपमेंट्स हटाने के बाद ही मरीज की सांसें फूलने लगी. इसके बाद उसने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.

24 मई को कराया था एडमिट
परिजन राइमनी मुंडा ने बताया कि 24 मई को उनके भतीजे मंगल मुंडा को चोट लगने के बाद इलाज के लिए रिम्स में एडमिट कराया गया था. जहां मरीज को एक्सरे के लिए भेजा गया. जिसमें उसकी छाती में ब्लड क्लॉट होने की बात सामने आई. रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि मरीज ठीक हो जाएगा. लेकिन दूसरे दिन ही परिजनों को बिना बताए मरीज का आपरेशन कर दिया गया. वहीं एक कागज में आवेदन लिखा दिखाया गया कि परिजनों से परमिशन लेने के बाद आपरेशन किया गया है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha