सरकारी अस्पतालों में एडमिट मरीजों को नहीं देनी होगी प्रोसेसिंग फीस

नेशनल हेल्थ मिशन के निर्देशों के बाद हुआ लागू

Meerut। अगर आपका मरीज सरकारी हॉस्पिटल में एडमिट है और आपको ब्लड की जरूरत है तो अब इसके लिए जेब ढीली करने की आवश्यकता नहीं हैं। नेशनल हेल्थ मिशन के निर्देशों के बाद मेरठ समेत प्रदेश भर में सरकारी बल्ड बैंकों में ब्लड एक्सचेंज के लिए लगने वाली प्रोसेसिंग फीस की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। हालांकि प्राइवेट हॉस्पिटल्स के मरीजों और प्राइवेट ब्लड बैंक के लिए प्रोसेसिंग फी की व्यवस्था पहले की तरह ही है। इसके साथ ही ब्लड बैंक में तमाम मदों में होने वाले खर्चों के लिए सरकार ने मेरठ में 62 लाख 51 हजार पांच सौ सत्तानवे रुपये का बजट भी दिया है।

एडमिट मरीजों को सुविधा

ब्लड से प्रोसेसिंग फीस खत्म होने का फायदा सिर्फ सरकारी अस्पतालों में एडमिट मरीज को ही मिल सकेगा। प्राइवेट अस्पतालों में एडमिट मरीजों को इसके लिए बकायदा शुल्क देना होगा। अभी तक सरकारी ब्लड बैंकों में सिर्फ थैलेसीमिया, बीपीएल कार्ड होल्डर और असहाय लोगों को ही फ्री ब्लड उपलब्ध कराया जाता था।

खून के बदले देना होगा खून

नए नियम में खून के बदले खून देने की व्यवस्था को बरकरार रखा गया है। इसके तहत उन जरूरतमंद लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिल सकेगा, जो आर्थिक कारणों के चलते प्रोसेसिंग फीस नहीं चुका पाते है। डोनर्स के ब्लड को बेचकर फंड जेनरेट करने का मिथ भी इससे दूर होगा।

इसलिए होगा लागू

एनएचएम के एडिशनल सेक्रेट्ररी व मिशन डायरेक्टर मनोज झलानी के अनुसार एनएचएम की ओर से मरीजों को सेफ ब्लड सप्लाई देने के लिए कई चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसमें ट्रांसपोर्टेशन वैन, ब्लड स्टोरेज यूनिट , ब्लड कोंपोनेंट, इक्यूपमेंट, मैन पावर आदि शामिल हैं। जबकि मरीजों से प्रोसेंसिंग फी के नाम पर ओओपीई यानि आउट ऑफ पाकेट एक्सपेंडिचर एक्सट्रा पैसा ही वसूल किया जा रहा हैं। इसे खत्म करने से मरीजों को राहत मिलेगी। कई दूसरे राज्यों में यह व्यवस्था पहले से ही लागू हैं।

यह है स्थिति

13 ब्लड बैंक हैं जिले भर में

2 सरकारी और 11 ब्लड बैंक प्राइवेट हैं।

1500 से 2000 यूनिट ब्लड औसतन हर महीने मेरठ के सरकारी अस्पतालों में खपत होती है।

250 यूनिट ब्लड औसतन ब्लड हर महीने जिला अस्पताल में खपत होती है।

750 यूनिट ब्लड औसतन खपत मेडिकल कॉलेज में होती है।

500 यूनिट ब्लड ब्लड से औसतन खपत जिला महिला अस्पताल में होती है।

400 रुपए प्रति यूनिट ब्लड होल ब्लड और पैक्ड रेड सेल्स के लिए सरकारी मरीजों के लिए फीस हैं।

1050 रुपये प्रति यूनिट ब्लड प्रोसेसिंग फीस होल ब्लड और पैक्ड रेड सेल्स के लिए प्रति यूनिट ब्लड प्राइवेट मरीजों के लिए फीस हैं।

200 रुपए प्रति यूनिट ब्लड प्रोसेसिंग फीस फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए सरकारी मरीजों के लिए फीस है।

300 रुपए प्रति यूनिट ब्लड प्रोसेसिंग फीस प्राइवेट मरीजों को फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए देने पड़ते हैं।

1450 रुपए प्रति यूनिट ब्लड प्राइवेट हॉस्पिटल में फीस है। उपलब्ध कराया जाता है।

हमारे पास ब्लड फ्री करने के निर्देश आ गए हैं। इसे सरकारी मरीजों के लिए तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

डॉ। कौशलेंद्र सिंह, ब्लड बैंक इंचार्ज, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive