RANCHI: रिम्स में एक बार फिर मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ शुरू हो गया है। लेकिन इसकी चिंता ना तो रिम्स की डाइटीशियन को है और ना ही मरीजों को खाना देने वाली एजेंसी को। ऐसे में अगर मरीजों की सेहत पर असर पड़ता है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? बताते चलें कि रिम्स के स्टाफ मरीजों का खाना बनाते और उन्हें परोसते समय ना तो ग्लव्स पहन रहे हैं और न ही कैप। ऐसे में मरीजों के खाने में न जाने कितनी गंदगी जा रही है। वहीं मरीजों को खतरे की आशंका भी बढ़ गई है।

मॉनिटरिंग कमिटी को फिक्र नहीं

मरीजों को बेहतर खाना उपलब्ध कराने के उद्देश्य और किचन की व्यवस्था देखने के लिए तत्कालीन डायरेक्टर डॉ बीएल शेरवाल ने मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया था। जिसे किचन के साथ ही समय-समय पर मरीजों को दिए जाने वाले डाइट की क्वालिटी की जांच भी करनी थी। एक-दो बार कमेटी ने किचन में जाकर खाने की क्वालिटी भी देखी। साथ ही उसमें सुधार करने को भी कहा। लेकिन अब तो कमिटी के मेंबर रिम्स किचन झांकने तक नहीं आते। वहीं डाइटिशियन की ओर ढुलमुल रवैया अपनाए जाने से एजेंसी अपने मन की कर रही है।

ड्रेनेज में पनप रहे कीड़े

किचन से मात्र 20 फीट की दूरी पर कई महीने से जलजमाव हो रहा है। ड्रेनेज का काला पानी जमा होने के कारण उसमें कीड़े पनप रहे हैं। वहीं इस वजह से मच्छर और मक्खियों का भी प्रकोप बढ़ गया है। अगर जल्द ही जलजमाव की समस्या को दुरुस्त नहीं किया जाता है तो कभी भी मरीजों के खाने में कीड़े-मकोड़े मिल सकते हैं। इससे पहले भी कई बार मरीजों के खाने में कीड़े-मकोड़े मिलने की शिकायत मिल चुकी है। इसके बावजूद किचन के आसपास की सफाई पर ध्यान ही नहीं है।

1500 मरीजों का खाना

हॉस्पिटल में इलाज के लिए 14 सौ से 15 सौ मरीज हमेशा एडमिट रहते हैं, जिनका खाना रिम्स किचन में तैयार किया जाता है। मरीजों को बेहतर हाइजेनिक खाना उपलब्ध कराने के लिए ही एजेंसी को हायर किया गया, जहां एक मरीज के लिए रिम्स प्रबंधन 100 रुपए का भुगतान करता है। इसके बावजूद किचन में हाइजीन को लेकर कोई तैयारी नहीं है। बस दिखावे के लिए कुछ स्टाफ्स ग्लब्स और कैप पहने नजर आ जाते हैं। लेकिन बाकी के स्टाफ के लिए ग्लब्स और कैप पहनना शान के खिलाफ है।

वर्जन

हमारे सभी स्टाफ्स ग्लब्स और कैप पहन कर काम करते हैं। इसलिए कहीं भी गड़बड़ होने की कोई आशंका नहीं है। हमारे यहां से सभी स्टाफ हर दिन सुबह में ग्लब्स और कैप देने के बाद ही काम शुरू करते हैं।

फैजल खान, मैनेजर, प्राइम किचन सर्विसेज, रिम्स

Posted By: Inextlive