RANCHI : राजधानी में चिकनगुनिया-डेंगू का डंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन मरीजों की बढ़ती संख्या से लोगों में दहशत का माहौल है। सिटी के नए-नए इलाकों में नए मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार तक चिकनगुनिया के मरीजों का आंकड़ा 597 तक पहुंच चुका है, जबकि डेंगू के 111 मरीज मिल चुके है। लेकिन, इसके बावजूद हेल्थ डिपार्टमेंट और रांची नगर निगम इन दोनों बीमारियों से निपटने को लेकर सुस्त पड़ा हुआ है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि सिटी को चिकनगुनिया और डेंगू से कब निजात मिलेगी?

सात घरों में मिला लार्वा

हरमू के टुंगरी टोली में मंगलवार को हेल्थ चेकअप कैंप लगाया गया। जिसमें 45 लोग टेस्ट कराने के लिए आए। जहां डॉक्टरों की टीम ने किसी में भी चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण नहीं पाया, लेकिन डोर -टू -डोर सर्विलांस में 38 घरों में से सात घरों में लार्वा मिला। जिसे आन स्पॉट सर्विलांस टीम ने नष्ट किया। इस दौरान टीम ने लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक भी किया।

पीएलवी का ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू

जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से नव चयनित पारा लीगल वॉलिंटियर के पांच दिवसीय इंडक्शन कम ऑरिएटेंशन ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ मंगलवार को शुरू हुआ। कांके रोड के जज कॉलोनी स्थित मल्टीपरपस बिल्डिंग सभागार में प्रोग्राम के इनॉगरेशन सेरेमनी में प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार के अलावा डालसा के सदस्य सचिव अरूण कुमार राय, अपर न्यायुक्त प्रदीप झारखंड उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के सचिव संतोष कुमार, सीजेएम स्वयंभू, डालसा सचिव फहीम किरमानी व निबंधक व्यवहार न्यायालय अभिषेक प्रसाद उपस्थित थे। मौके पर नवनीत कुमार ने पीएलवी को उनके कर्तव्य एवं उनके कार्यक्षेत्र के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि पीएलवी विधिक सेवा संस्था की रीढ़ है और दूरगामी क्षेत्रों में पीएलवी ही विधिक सेवा संस्थानों का चेहरा है।

Posted By: Inextlive