-43 साल से एसएसबी और पुलिस थी बेबस, किसानों से नहीं ले पा रही थी अपनी ही जमीन पर कब्जा

PATNA: यह तस्वीर जम्मू की नहीं पटना की है। एसएसबी के तैनात जवान किसी आतंकवादी को मारने के लिए नहीं, 43 साल से कब्जा हुई खुद की जमीन को छुड़वाने के लिए खेतों में उतरे। गौरतलब है कि आवास बोर्ड ने 43 साल पहले एसएसबी, राजीव नगर थाना और सीबीएसई को दीघा में 6 एकड़ जमीन अलॉट की थी। हाईकोर्ट के आदेश होने के बावजूद इस पर काबिज किसान कब्जे से हटने का तैयार नहीं थे। कई बार पुलिस ने प्रयास किया लेकिन हर बार विरोध के चलते पुलिस को कदम पीछे ही लेने पड़े। शनिवार को पुलिस के साथ एसएसबी भी अपने कब्जे के लिए मुस्तैद हुई। हथियारों से लैस सैकड़ों जवानों ने सुबह 4 बजे ही बैरक बनाकर कब्जे की प्लानिंग की। जब किसान उठे और खेतों में आए तो उन्हें चारों तरफ पुलिस और एसएसबी का पहरा दिखाई दिया। एक पल के लिए तो ऐसा लगा मानो भारत-पाकिस्तान बॉर्डर हो।

फूंक दी पुलिस की बाइक

अपनी जमीन खोते देख किसान आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस और एसएसबी को खदेड़ने के लिए पत्थरबाजी शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी पत्थर फेंके। उपद्रवियों ने बाइक को फूंकना शुरू दिया.बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज किया और उपद्रवियों को खदेड़ दिया।

किसानों ने कर रखा था कब्जा

एसडीएम सुहर्ष भगत का दावा है कि दीघा में 6 एकड़ जमीन शासन की है। जिसमें 2.5 एकड़ एसएसबी, 2.5 एकड़ सीबीएसई और 1 एकड़ राजीव नगर थाने को अलॉट है। इसका रिकॉर्ड भी मौजूद है। जमीन पर क्षेत्र के लोगों ने कब्जा कर रखा है। इसी को छुड़ाने के लिए भारी मात्रा में बल बुलाया गया और तीनों को कब्जा दिलाया गया।

मुआवजा नहीं मिला तो जमीन हमारी हुई

इस मामले में जमीन मालिकों का कहना है कि 1974 में दीघा के 1024.52 एकड़ जमीन बिहार सरकार ने आवास बोर्ड के लिए 22 रुपए प्रति कट्ठा की दर से अधिग्रहण किया था। आज तक मुआवजा नहीं मिला। नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत 5 वर्षों के अंदर अगर मुआवजा का भुगतान नहीं किया जाता है और अधिग्रहित भुमि पर निर्माण संपन्न नहीं हो रहा है तो वो स्वत: अधिग्रहण मुक्त हो जाती है।

पहले भी जल चुका है दीघा

इस जमीन का विवाद काफी पुराना है। सितंबर 2017 में जब प्रशासन कब्जा दिलाने गई थी। उस समय भी क्षेत्रवासियों ने जमकर हंगामा किया था। इसके बाद 2 जेसीबी और पाटलिपुत्रा थाने की जीप को फूंक दिया गया था। पत्थरबाजी में करीब 10 लोग घायल हुए थे। पुलिस को स्थिति कंट्रोल करन के लिए फायरिंग करना पड़ा था।

मामले को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। हम लोग सिर्फ 6 एकड़ जमीन पर ही कब्जा दिला रहे हैं। अभी किसी अन्य भूमि पर कार्रवाई नहीं की जानी है।

-कुमार रवि, डीएम पटना

हमारी टीम कब्जा छुड़ाने पहुंची तो आक्रोशित भीड़ ने पत्थरबाजी कर दी। हलका बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा गया। 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच जारी है।

-राकेश कुमार, डीएसपी कोतवाली

Posted By: Inextlive