- युवा किसान मंच ने मिल गेट पर की तालाबंदी

- चाबी सौंपने के विवाद में थाना प्रभारी व तहसीलदार से तीखी झड़प व गाली-गलौज

- परिसर स्थित तौल केंद्रों के कंप्यूटर व फर्नीचर किया तहस-नहस

मवाना : बकाया भुगतान की मांग के मद्देनजर युवा किसान मंच ने शुक्रवार को मावाना चीनी मिल के मुख्यद्वार पर तालाबंदी करने का एलान किया था। चाबी सौंपने के विवाद में थाना प्रभारी व तहसीलदार से मंच कार्यकर्ताओं की तीखी झड़प व गाली-गलौज तक हुई। इसी क्रम में कार्यकर्ता धरना स्थल के सामने मवाना-किठौर मार्ग को जामकर धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने मिल परिसर स्थित चार तौल केंद्रों में फर्नीचर, कंप्यूटर, गन्ना उठाने वाली मशीन व शीशों को डंडों से प्रहार कर तहस-नहस कर दिया। सूचना पर एसडीएम व सीओ भी दलबल के साथ पहुंचे।

घोषित कार्यक्रम के तहत मंच के संयोजक आदेश प्रधान के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता मिल गेट पर पहुंचे। मुख्यद्वार बंद कर उसके सामने धरने पर बैठ गए। रालोद जिला उपाध्यक्ष रतन सिंह आदि ने मंच कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कहा कि मिल प्रबंधन व सरकार की मिलीभगत से ही किसानों को बकाया भुगतान नहीं मिल पा रहा है।

इसी क्रम में मंच कार्यकर्ताओं ने मिल के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। रालोद नेता रतन सिंह व हरवीर सिंह के कहने पर मंच संयोजक आदेश प्रधान चाबी थाना प्रभारी परशुराम को देने के लिए तैयार हो गए। आरोप है कि इस दौरान थाना प्रभारी ने मंच कार्यकर्ताओं से अभद्रता की, जिससे मंच कार्यकर्ता भड़क उठे। आदेश प्रधान, गौरव गुर्जर व संजय राणा आदि की थाना प्रभारी में तीखी बहस व गाली-गलौज भी हुई। सूचना पर तहसीलदार महेंद्र बहादुर सिंह भी पहुंचे, उनके सामने भी हंगामा होता रहा। किसान नेताओं के समझाने पर मंच कार्यकर्ताओं ने गन्ना समिति के सामने मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

कार्यकर्ताओं ने वाहन रोकने शुरू कर दिए। कुछ वाहनों में तोड़फोड़ का प्रयास भी किया गया। इस बीच दर्जनों युवा डंडे लेकर केन यार्ड से होते हुए मिल परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान माहौल पूरी तरह अराजक हो गया। उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने मिल के चार तौल केंद्रों में फर्नीचर व कंप्यूटर के अलावा अन्य सामान व जेसीबी मशीन में तोड़फोड़ की। सूचना पर एसडीएम अर¨वद सिंह व सीओ संकल्प शर्मा भी दलबल के साथ पहुंच गए, जिसके बाद युवा प्रदर्शनकारी भाग खड़े हुए। इसी बीच मिल अधिकारी तौल बंद कराकर नदारद हो गए। मिल कर्मचारी भी घबराकर रफूचक्कर हो गए।

एसडीएम अर¨वद कुमार सिंह व सीओ ने किसान सभा के धरने पर माइक से कहा कि आंदोलन करें, लेकिन तोड़फोड़ से परहेज करें। चेताया कि अराजकता फैलाने वालों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा। मंच से वक्ताओं ने भी तोड़फोड़ नहीं करने की अपली की। स्पष्ट किया कि तोड़फोड़ करने वालों से उनका कोई संबंध नहीं है। आरोप लगाया कि कुछ लोग ऐसा कराकर आंदोलन को कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive