17 लाख के पीजो मीटर विलुप्त, शहरी पानी के संकट से कैसे होंगे मुक्त
-48 पीजो मीटर शहर में वॉटर लेवल नापने के लिए लगाए गए थे
-28 पीजो मीटर अभी चल रहे -20 पीेजो मीटर हो गए गायब -8 एरिया में वॉटर लेवर सामान्य से नीचे -2018 अक्टूबर में भेजी गई थी रिपोर्ट -2019 जुलाई में भेजनी है रिपोर्ट -2.5 मीटर सामान्य होता है वॉटर लेवल -85 हजार का मिलता है एक पीजो मीटर - बिना पीजो मीटर के भू-गर्भ जल विभाग नहीं जांच पाएगा वॉटर लेवल - पीजो मीटर के लिए भू-गर्भ जल विभाग ने लिखा पत्र, पहले चार साल मिले थे दो पीजो मीटरबरेली : शहर में वॉटर लेवल दिन प्रतिदिन डाउन हो रहा है, लेकिन भू-गर्भ जल विभाग इससे कोई सरोकार नहीं है. तभी तो वॉटर लेवल नापने के लिए लगाए 48 पीजो मीटर में से 28 गायब हो गए हैं. हैरत की बात है कि पीजो मीटर की देखरेख के लिए विभाग की ओर से न तो कोई उपाय किया गया और न ही यह पता करने की जहमत उठाई कि पीजो मीटर कौन ले गया. जबकि इन 20 इलाकों में 13 ऐसे हैं जहां पर पोस्ट मानसून में भी वॉटर लेवल डाउन था. ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि जब पीजो मीटर ही नहीं है तो इन इलाकों में वॉटर लेवल कैसे निकाला जाएगा और उसे सुधारने के लिए काम कैसे किया जाएगा.
खतरे के निशान पर कई एरिया शहर के जिन 20 इलाकों से पीजो मीटर गायब हुए हैं, उनमें से आठ इलाके ऐसे हैं जहां पर अंडर ग्राउंड वॉटर लेवल सामान्य से एक से दो मी. गिर गया था. इसके बाद भी विभाग ने पीजो मीटर लगवाने की जहमत नहीं उठाई. चार साल में मिले थे दो पीजो मीटर पिछले चार साल में शासन की ओर से विभाग को मात्र दो पीजो मीटर खरीदने का बजट मिला है. इससे साफ है कि अब बीस पीजो मीटर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. अब इन 2 स्थिति पता कर पाना विभाग के लिए चुनौति है. वहीं पोस्ट मानसून की रिपोर्ट भी विभाग नहीं कर सकेगा. नोटिस तक नहीं हुआ जारी पीजो मीटर सरकारी जगहों पर ही लगाए जाते हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग को ही सौंपी जा सके. लेकिन हैरत की बात है कि सरकारी विभागों से ही पीजो मीटर गायब हो गए. इसके बाद भी किसी भी विभाग को नोटिस जारी कर पूछताछ नहीं की गई. वर्जन ::शहर में 48 पीजो मीटर लगे थे, उनमें से 28 ही क्रियाशील हैं. कुछ गायब हो गए हैं. जिस कारण उन इलाकों की रिपोर्ट नहीं बन पाई है. शासन को नये पीजो मीटर मंगाने के लिए पत्र लिखा गया है.
डीएस राठौर, सीनियर हाईड्रोजियोलॉजिस्ट. अक्टूबर में प्री मानसून और पोस्ट मानसून में यह था वॉटर लेवल एरिया प्री पोस्ट 1. युगवीणा लाईब्रेरी 2.60 2 2. विकास भवन 3.2 4 3. सनैया धन सिंह 2.5 3.5 4. धरौरा माफी 5.2 4 5. बुखारा 3.6 2.5 6. मिर्जापुर 2.8 1.47. झील गौटिया 3.5 4
8. महेशपुर 2.5 3 9. सराय तल्फी 3.5 6.5 10. सरनिया 3.5 1.2 11. नदौसी 3.6 3.2 12. फरीदपुर चौधरी 3.6 3.3 13. सुभाषनगर 6.2 5.3 14. डोरिया 3.6 2.5 15. चंद्रपुर 3.2 4.3 16. कांधरपुर 5.2 3.217. परगवां 2.5 1.6 मी. -
18. चाउर 2.5 3.5 19. रोष मिलक 2.5 2 20. गोकुल नगर 2 1.5 नोट- सभी आंकड़े मीटर में.