-सोमवार को हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों में अफसरों के प्रति रहा आक्रोश

-चार बजे हुई मौत, देर रात घर वालों को बताया गया बीमार होने के बाद हैं भर्ती

PRAYAGRAJ: शहर पश्चिमी के शेरपुर बूथ संख्या 155 पर तैनात पीठासीन अधिकारी विवेक नंदन (55) की मौत का कारण हार्ट अटैक था. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद यह बात सामने आई. प्रशासनिक अधिकारियों की निष्ठुरता को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश रहा. आरोप थे कि मौत की बात अधिकारी देर रात तक छिपाए रहे. उन्हें बीमार होने के चलते भर्ती कराए जाने की खबर दी गई थी. यहां पहुंचने पर पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है. कहना तो यह भी था कि मतदान कराने में व्यस्त अधिकारियों ने इलाज में लापरवाही बरती है. यदि समय से सही ट्रीटमेंट मिला होता तो वे बच भी सकते थे.

एजी ऑफिस में थे तैनात

लखनऊ के सरायमाली चौक निवासी विवेक नन्दन पुत्र स्व. देवकी नन्द यहां एजी ऑफिस में एटी-2 के यहां वरिष्ठ लेखाकार थे. परिजनों के मुताबिक यहां वे शमीरा होटल में रहते थे. मतदान के दिन उनकी ड्यूटी शहर पश्चिमी स्थित शेरपुर बूथ संख्या 155 पर पीठासीन अधिकारी के रूप में लगाई गई थी. बूथ पर ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई. अधिकारी उन्हें लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे. यहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिजनों संग पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे पुत्र अपूर्व नन्दन उनके साले हीवेश कुमार ने कहा कि मौत की खबर अधिकारी दबाए रखे. घरवालों को देर रात बताया गया कि विवेकानन्द की तबीयत खराब है. अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी यहां पहुंचे तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है. यहां तक कि किसी विभागीय कर्मचारी तक को इस बात की खबर नहीं दी गई.

बाक्स

गर्मी बनी मौत की वजह

दबी जुबान उनके सहकर्मियों ने बताया कि जिस बूथ पर उनकी तैनाती थी वहां का ट्रांसफार्मर जल गया था. बूथ पर लाइट नहीं थी. जेनरेटर तक के इंतजाम नहीं किए गए थे. बिजली न होने से विवेक नंदन के मोबाइल की बैट्री डिस्चार्ज हो गई थी. मोबाइल बंद हो गया था. चर्चा है कि गर्मी के कारण ही उनका हार्ट अटैक हुआ है. अब क्या सही और क्या गलत यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा.

Posted By: Vijay Pandey