इस मार्केट में जाने की बात से होती सिहरन
- रेती रोड से गीता प्रेस तक जाम करता हलकान
- पार्किंग की व्यवस्था के अभाव में बढ़ी प्रॉब्लमGORAKHPUR: शहर में रहने वाले लोगों को बिजली के उपकरण खरीदने हों तो सबसे पहले रेती मार्केट की याद आती है। लोग सोचते हैं कि चलो इलेक्ट्रॉनिक की थोक मंडी से कुछ सस्ते में सामान लेकर आएं। लेकिन अगले ही पल यह सोचकर लोग सिहर जाते हैं कि सामान तो खरीद लेंगे पर न जाने जाम से क्या हाल होगा। यह बिल्कुल सच है कि शहर के रेती मार्केट से लेकर गीता प्रेस तक दिनभर आवागमन में लोगों को काफी असुविधा उठानी पड़ती है। ट्रैफिक के प्रॉपर मैनेजमेंट के अभाव में यहां के हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे। एसपी ट्रैफिक का कहना है कि व्यवस्तम बाजारों में सिर्फ पुलिस कर्मचारियों के भरोसे व्यवस्था नहीं सुधर सकती। इसके लिए कुछ कदम पब्लिक को तो कुछ कदम अन्य जिम्मेदार संस्थानों को भी उठाने होंगे।
रिक्शों की कतार में खो जाता रास्ताघोष कंपनी चौराहे से रेती रोड के लिए मेन रास्ता जाता है। रेती रोड पर पहुंचते ही इलेक्ट्रॉनिक मार्केट, बॉक्स बनाने वाले, रेडीमेड कपड़ों की दुकानों का रेला नजर आने लगता है। रेती रोड पर गीता प्रेस तक दुकानों की दोनों ओर जगह का अभाव खलता है। ट्रैफिक बढ़ने पर अचानक से जाम लग जाता है। संकरे रास्ते पर फोर व्हीलर, रिक्शा, ठेला और बाइक के अलावा गलियों से अचानक निकलने वाले वाहनों का प्रेशर इतना होता है कि यदि कोई फंसा तो उसे काफी देर तक जाम से निकलने का इंतजार करना पड़ता है। यहां की हालत यह है कि आग लगने की घटना होने पर फायर ब्रिगेड की गाडि़यां तक नहीं पहुंच पातीं। इस इलाके में वन-वे ट्रैफिक का इंतजाम करने की सारी व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है।
यहां की मुख्य समस्या - सघन बाजार होने के बावजूद पार्किग का अभाव - सड़क की दोनों पटरियों पर दुकानदारों का अतिक्रमण - हर गली से रोड पर आने का रास्ता, कहीं भी मुड़ जाते लोग - फोर व्हीलर, रिक्शा और ठेलेवालों की बड़ी आवाजाही से दिक्कत - दिन में ही दुकानों का सामान ढोने के लिए मालवाहकों की इंट्री यह हो सकता है समाधान - दुकानों के सामने का अतिक्रमण हटवाकर साफ कराया जाए। - रेती रोड से गीता प्रेस तक वन-वे ट्रैफिक का कड़ाई से पालन हो। - रिक्शा, ठेला और अन्य वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जाए।- दुकानों का सामान दिन में ले जाने पर पाबंदी लगे, माल वाहक प्रतिबंधित किए जाएं।
- नई बन रही बिल्डिंग में पार्किग की व्यवस्था का विशेष इंतजाम कराया जाए। वर्जन शहर के कुछ बाजार ऐसे हैं जहां पर काफी भीड़ होती है। पुराने मार्केट में स्थित होने से इन बाजारों में जगह कम पड़ती है। ट्रैफिक को लेकर सख्ती बरतने पर कुछ लोग आपत्ति जताने लगते हैं। यहां के व्यापारी संगठनों, लोकल पब्लिक अन्य लोगों की मिलीजुली पहल से ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। - आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक