रेलवे की शिकायत पर जांच के बाद सीबीआई ने दर्ज कराया केस। ट्रैवल्स एजेंट समेत 6 के खिलाफ हजरतगंज थाने में केस दर्ज।

सीबीआई ने तीन को गिरफ्तार को हजरतगंज कोतवाली को सौंपा

 

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LUCKNOW : फर्जीवाड़े के खेल में शातिरों ने देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई को भी नहीं बख्शा. सीबीआई के नाम पर रेल टिकट कंफर्म कराने का नया खेल सामने आया है. रेलवे का टिकट कंफर्म कराने को फर्जी तरीके से सीबीआई के लेटर हैड और मोहर का यूज किया जा रहा था. ट्रैवल्स एजेंट सीबीआई के नाम पर रेल टिकट कंफर्म कराते थे और ग्राहक से मोटी रकम वसूल रहे थे. रेलवे की शिकायत पर सीबीआई ने मामले की जांच की और हजरतगंज थाने में ट्रैवल्स एजेंट समेत आधा दर्जन के खिलाफ केस दर्ज कराया.

 

बर्थ कंफर्म कराने को लेटर हैड का यूज

हजरतगंज इंस्पेक्टर राधा रमण सिंह के अनुसार नवल किशोर रोड स्थित सीबीआई ड्यूटी अफसर बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि पूर्वोत्तर कार्यालय के मंडलीय रेल प्रबंधक से जानकारी मिली कि सीबीआई का लोगो लगा एक लेटर हैड उनके पास पहुंचा था. उस लेटर हैड पर इमरजेंसी कोटे से ट्रेन में बर्थ कंफर्म करने को लिखा गया था, जिस पर सीबीआई की मोहर भी लगी थी. जालसाजी की जानकारी मिलते ही सीबीआई की टीम ने पूरे प्रकरण की पड़ताल शुरू कर दी.

 

दो हजार में बेच दिया सीबीआई को

सीबीआई की छानबीन में राजेश शाहू नाम का व्यक्ति अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ लखनऊ से मुजफ्फरपुर ट्रेन में सफर करते हुए पकड़ा गया. पूछताछ पर राजेश ने सीबीआई को बताया कि गोमतीनगर के हुसडि़या चौराहा स्थित ट्रैवल एजेंट आकाश बिजनेस सेंटर के शानू से उसने 674 रुपये का रेलवे टिकट लिया था. इस टिकट को कंफर्म कराने के एवज में राजेश ने विनयखंड के शहजाद आलम को दो हजार रुपये दिए थे. सीबीआई टीम राजेश को ट्रैवल एजेंट की शॉप पर ले गई.

 

टिकट कंफर्म कराने को लगाते थे लेटर हैड

पुलिस के मुताबिक शॉप पर शहजाद से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि आकाश बिजनेस सेंटर का मालिक ध्रुव सिंह है. वह किसी दीपक जो शायद रेलवे कर्मचारी है उसके माध्यम से फर्जी तरीके से टिकट कंफर्म कराता है. दीपक को तलाश कर उससे भी पूछताछ की गई तो उसने सीबीआई को बताया कि वह ध्रुव के कहने पर टिकट कंफर्म कराने को फर्जी लेटर हैड का उसने प्रयोग किया था.

 

6 महीने से कर रहे थे काम

पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी रेलवे का टिकट कराने के लिए सीबीआई का लेटर हैड व मोहर के साथ साथ फर्जी आधार कार्ड बनवाने का भी काम करते थे. करीब छह महीने से यह लोग फर्जी लेटर हैड के जरिए रेलवे के टिकट मोटी रकम लेकर कंफर्म कराने का भी काम करते थे.

 

रेलवे के कर्मचारी की भी मिलीभगत

पुलिस का कहना है कि ट्रैवल एजेंट की जालसाजी में रेलवे का एक कर्मचारी भी संलिप्त है. उसके खिलाफ जांच की जा रही है. साक्ष्य मिलने पर पुलिस पूर्वोत्तर रेलवे से भी आरोपित कर्मचारी की जानकारी साझा करेगी.

 

सीबीआई ने दर्ज कराया केस

इंस्पेक्टर राधा रमण सिंह ने बताया कि सीबीआई के ड्यूटी अफसर बृजेश त्रिपाठी की शिकायत पर ट्रैवल एजेंट शानू कुमार, शहजाद आलम, अमित कुमार पांडेय, ध्रुव, राजेश और टिकट कंफर्म कराने वाले पैसेंजर राजेश सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

 

सीबीआई ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया

प लिस के मुताबिक सीबीआई का लेटरहैड इस्तेमाल करने वाल मुख्य सरगना शानू कुमार, ध्रुव और दीपक फरार चल रहे हैं जबकि सीबीआई टीम खुद ही तीन आरोपित अमित पांडेय, राजेश शाहू और शहजाद खान को पकड़ कर कोतवाली ले आई. पुलिस ने तीनों को को धोखाधड़ी की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य सरगना का मोबाइल फोन बंद आ रहा है, जिनकी तलाश की जा रही है.

Posted By: Kushal Mishra