जानकारी है कि इंडियन प्रीमियर लीग के अब इस बार के सत्र का प्रायोजक कोई नया होगा। ऐसा इसलिए क्‍योंकि अब तक का प्रायोजक रहा पेप्‍सीको अब इस बार लीग का प्रायोजक नहीं होगा। बताया गया है कि पेप्सीको ने बीसीसीआई के साथ करार को अब खत्म करने की इच्छा जाहिर की है।

ऐसा हो सकता है कारण
इस कंपनी के आईपीएल से दामन छुड़ाने का कारण है लीग से जुड़े विवाद। इन विवादों के कारण पेप्सीको अपने पांच साल के करार को खत्म कर रहा है। बता दें कि अभी उनके करार की मियाद भी पूरी नहीं हुई है। ये 2017 में खत्म होगी। हालांकि बीसीसीआई सूत्रों ने इस बात का भी दावा किया है कि विदेशी हितों में गिरावट आने के कारण पेप्सी ने ऐसा करने का मन बनाया है।
बोर्ड के वरिष्ठ सूत्रों का ऐसा है कहना
वहीं कुछ सूत्रों का ये भी कहना है कि बीसीसीआई अधिकार हासिल करने के इच्छुक पक्षों से अभी तो संपर्क में ही है। बताया जा रहा है कि इसे पेप्सी से ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इस पूरे मामले में बोर्ड के एक सीनियर सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने करार को खत्म करने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिये उनके अपने कुछ कारण हैं। इसके पीछे कोई विवाद नहीं है।
ऐसा बोले राजीव शुक्ला
उन्होंने ये भीबताया कि उनके पास बैंक गारंटी भी है। इस गारंटी को वे जब्त कर सकते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसको लेकर आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला कहते हैं कि यह कोई बड़ा मसला नहीं है। बोर्ड फिलहाल अन्य दूसरे प्रायोजकों से भी बातचीत कर रहा है। इसके आगे उन्होंने कहा कि हालांकि पेप्सी संग टाइटल करार बड़ा मसला नहीं है। उनके अपने खुद के कुछ मसले हैं और अगली बैठक में आपसी सहमति से वे ये सभी मसले हल कर लेंगे।

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Posted By: Ruchi D Sharma