खास बातें

12 से अधिक महामंडलेश्वर ट्रैक्टर पर रखे गए चांदी के सिंहासन पर विराजमान होकर चल रहे थे। आगे-पीछे नागा संन्यासी हाथी व ऊंट पर सवार थे।

06 घोड़े और 06 ऊंटों पर सवार नागा संन्यासी हाथों में त्रिशूल और भाला लेकर जनमानस को करतब दिखाते हुए आकर्षित करते रहे।

हरिद्वार व नासिक से से आए बैंड द्वारा गंगा तेरा पानी अमृत, यशोमति मइया से बोले नंदलाला, मां तुझे सलाम जैसी गीतों की लगातार प्रस्तुति करते रहे।

किला घाट चौराहा से लेकर संगम पुलिस चौकी के बीच नया उदासीन की पेशवाई में शामिल संत-महात्माओं के ऊपर से पुष्प वर्षा की गई।

-जय रघुनंदन जय सियाराम की धुन पर आशीर्वाद देते निकली श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की पेशवाई

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PRAYAGRAJ: दिगंबर सहित तीनों अखाड़ों के नगर भ्रमण के दो दिनों के अंतराल के बाद एक बार फिर सनातन संस्कृति में पेशवाई का भव्य नजारा दिखाई दिया। इस क्रम में गुरुवार को श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की ओर से शाही अंदाज में पेशवाई निकाली गई। पेशवाई के दौरान जहां हरिद्वार व नासिक से बुलाए गए शाही बैंड की धुन जय रघुनंदन जय सियाराम पर संत-महात्मा और अखाड़े के एक दर्जन महामंडलेश्वर जनमानस को आशीर्वाद देते रहे। वहीं पेशवाई मार्गो पर जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर संत-महात्माओं का स्वागत किया।

दही-चूड़ा खाकर पेशवाई का शुभारंभ

श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की पेशवाई मुंशी राम प्रसाद की बगिया से प्रारंभ हुई। लेकिन उसके पहले अखाड़ों के मुख्यालय में संत-महात्माओं और हरिद्वार, पंजाब, हरियाणा व नई दिल्ली से आएं एक दर्जन से अधिक महामंडलेश्वरों को देवत्व प्रसाद के रूप में दही व चूड़ा खिलाया गया। इस दौरान भी जय रघुनंदन जय सियाराम की धुन बजती रही।

छावनी में जमकर लगा जयकारा

अखाड़ा नया उदासीन की पेश वाई मुंशी राम प्रसाद की बगिया, हटिया चौराहा, रामभवन चौराहा, चंद्रलोक चौराहा, विवेकानंद मार्ग, जानसेनगंज, घंटाघर, लोकनाथ चौराहा होते हुए आर्य कन्या चौराहा, शंकर लाल भार्गव से उत्तर एडीसी होकर राम जानकी मंदिर, किला चौराहा, त्रिवेणी मार्ग होते हुए शाम पांच बजे सेक्टर सोलह स्थित अपनी छावनी में पहुंची। जहां रास्ते भर जय रघु नंदन जय सियाराम की धुन बजती रही वहीं पेशवाई के छावनी में पहुंचने पर संत-महात्माओं ने लगातार पंद्रह मिनट तक जय श्रीराम का जयकारा लगाया।

Posted By: Inextlive