साहब! कालिंदी विहार नहीं सिकंदरा में शिफ्ट करा दो
- कालिंदी विहार न भेजकर सिकंदरा पर पेठा मंडी शिफ्ट कराने की मांग
- पेठा व्यवसायियों ने कमिश्नर से लगाई गुहार AGRA। साहब हमारी अपील सुन लीजिए, हमें कालिंदी विहार नहीं जाना। हमें आप सिकंदरा सब्जी मंडी के पीछे शिफ्ट करवा दें तो आपकी बहुत मेहरबानी होगी। कुछ ऐसी ही मांग पेठा व्यवसायियों ने मंडल आयुक्त से की है। पेठा व्यवसायियों की मांग पर प्रशासनिक अधिकारियों ने मीटिंग में फैसला लिए जाने की बात कही है। एडमिनिस्ट्रेशन दे रहा है टेंशन प्रशासन की ओर से कालिंदी विहार पर पेठा मंडी शिफ्ट कराए जाने से परेशान पेठा व्यवसायियों ने अब कमिश्नर से सिकंदरा सब्जी मंडी के पीछे शिफ्ट करवाए जाने की गुहार लगाई है। कालिंदी विहार पर नहीं है फैसिलिटीपेठा व्यवसायियों ने कालिंदी विहार पर फैसिलिटी न होने की बात प्रशासनिक अधिकारियों से की है, साथ ही व्यवसायियों ने कहा है कि कालिंदी विहार पर ग्रीन गैस की उपलब्धता का अभाव है।
एडीए दे चुका है नोटिस विकास प्राधिकरण ने पेठा व्यवसायियों को कालिंदी विहार पर जगह आवंटित की थी जिसका आवंटियों ने यूज करके उस जगह को सेल कर दिया। जिस पर एडीए ने पेठा व्यवसायियों को नोटिस जारी करते हुए सवाल-जवाब किए हैं। सर्वे में सिकंदरा हुआ था चिन्हितसर्वे कंपनी रेमिकी ने वर्ष ख्009 में पेठा मंडी के लिए भ्म् हैक्टेयर भूमि का सिकंदरा पर चयन किया था। इसके बाद कंपनी के सर्वे पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया और मनमाने तरीके से जगह एलाट कर दी।
बार-बार होती है कार्रवाई पेठा व्यवसायी देवेन्द्र दीक्षित कहते हैं कि पेठा व्यवसाइयों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। जांच के नाम पर उनका बार-बार उत्पीड़न किया जा रहा है। ग्रीन गैस पर मिले सब्सिडी पेठा व्यवसायी अशोक गोयल का कहते हैं कि पेठा सबसे कम कीमत की रेंज की मिठाई है जिसके लिए प्रशासन को व्यवसाइयों को ग्रीन गैस सब्सिडी पर उपलब्ध कराई जानी चाहिए लेकिन प्रशासन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा है। 'पेठा व्यवसायियों को कालिंदी विहार पर दी गई भूमि का उपयोग न करने व उनकी विक्रय कर दिए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है। सिकंदरा स्थित जमीन यूपीएसआईडीसी के अंडर में है, जिस पर मीटिंग के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा' अजय चौहान, एडीए वीसी 'सिटी की घनी आबादी के बीच की पेठा इकाइयों को शिफ्ट कराने के आदेश हैं लेकिन पेठा व्यवसायी चिन्हित भूमि पर नहीं जा रहे हैं। इसलिए एक्शन लिया जा रहा है' इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त