अजीम प्रेम जी और शिव नादार समेत चार भारतीय बने Heroes of Philanthropy. Forbs की list में विवेक ओबेरॉय भी.

फोर्ब्स एशिया ने लगातार चौथे साल ‘हीरोज ऑफ फिलांथ्रॉफी’ की लिस्ट लांच की. गुरुवार को लांच हुई फोर्ब्स की इस लिस्ट में 12 देशों के 48 लोगों के नाम हैं. यह वो लोग हैं जो फिलांथ्रॉफी या परोपकार की दुनिया में पिछले कई सालों से बेहतर कामों को अंजाम देते आ रहे हैं. इन 48 नामों में चार भारतीय भी शामिल हैं. फोर्ब्स का मानना है कि इंडियन फिलांथ्राफिस्ट्स के एंजेंडे में गरीब बच्चों को एजुकेशन मुहैया कराना सबसे अहम है.
They are doing good job

शिव नादार भारत के गांवों से गरीब बच्चों का देश के बेस्ट बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन करवाते हैं. यह वो बच्चे होते हैं जो बहुत इंटेलीजेंट हैं, लेकिन पैसे की कमी उन्हें आगे बढऩे से रोकती है. फोर्ब्स ने उनके इसी काम को नोटिस कर उन्हें लिस्ट में जगह दी.
विवेक ओबेरॉय

विवेक ओबेरॉय इस समय यशोधरा फाउंडेशन चलाते हैं. फोर्ब्स के मुताबिक अब तक उन्होंने इस फाउंडेशन के नाम पर तीन मिलियन डॉलर्स डोनेट किए हैं. इसके साथ ही 25 मिलियन डॉलर्स के साथ वो हेल्थ, एजुकेशन और डिजास्टर रिलीफ जैसे नेक काम को सपोर्ट कर रहे हैं.
अजीम प्रेमजी

विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी ने दिसंबर 2010 में करीब दो बिलियन डॉलर्स के साथ एक ट्रस्ट बनवाया. ये ट्रस्ट गरीब बच्चों और उनकी हेल्थ के लिए काम करता है. दिसंबर 2010 के बाद से प्रेम जी को भारत का वारेन वफे कहा जाने लगा है.

ग्रांधी मल्लिकार्जुन राव

ग्रांधी मल्लिकार्जुन राव ने 340 मिलियन डॉलर्स की रकम परोपकार के लिए इकट्ठा की है. अपने पर्सनल स्टेक्स में 12.5 परसेंट शेयर्स और फैमिली शेयर्स का आठवां हिस्सा जीएमआर वरलक्ष्मी फांउडेशन में डोनेट किया है. ये फाउंडेशन गरीब बच्चों को एजुकेशन प्रोवाइड कराती है.

जैकी से सीखो

फोर्ब्स ने जैकी को ‘फिलांथ्राफीजहार्डेस्ट वर्किंग मैन’ बताया है. जैकी एशिया के सबसे महंगे फिल्म स्टार है और मैगजीन के मुताबिक वो एक ऐसी हस्ती हैं जो हर रोज किसी एक बीमार बच्चे की जिंदगी संवारते हैं या फिर आपदा के शिकार लोगों की मदद करते हैं.

Posted By: Divyanshu Bhard