ये फ़ोन केस साढ़े छह लाख वोल्ट का झटका देगा
इनमें से ज़्यादातर तकनीक इस साल बाज़ार में उपलब्ध होंगी लेकिन एक जानकार का कहना है कि इनमें से ज़्यादातर उन कंपनियों की हैं जो चाहती हैं कि बड़ी कंपनियां उनकी तकनीक ले लें. इस केस को पीछे और साइड से दबाकर फ़ोन को इस्तेमाल किया जा सकता है.यही ऑथेंटेक के साथ हुआ था, ऑथेंटेक कई साल तक कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो में शामिल हुई, फिर इसकी फ़िंगरप्रिंट तकनीक का अधिग्रहण एपल ने किया और इसका इस्तेमाल आईफ़ोन फ़ाइव एस में किया गया.कैनोपी के सेंसस ऐप एन्हेंसिंग केस में प्रेशर सेंसर हैं. इस केस को पीछे और साइड से दबाकर फ़ोन को इस्तेमाल किया जा सकता है.
ऑरेगॉन की फ़्लिर ने थर्मल इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है जो इसने अमरीकी सेना के हेलिकॉप्टरों के लिए बनाई थी. ये खरीदारों को दुनिया को देखने का नया तरीका देने का वादा कर रही है जिसमें बिल्ली मनोविकृति में दिखने वाले पीले और गुलाबी रंगों में दिखेगी और बच्चों की आंखें चमकती हुई दिखाई देंगी.प्रॉन्ग के केस की मदद से फ़ोन को सीधे सॉकेट में लगाया जा सकता है. प्रॉन्ग ने कुछ अलग तरीका ढूंढा है. इसके पॉकेटप्लग केस में धातु की पत्तियां हैं जिनकी मदद से इन्हें सीधे सॉकेट में लगाया जा सकता है.
लेकिन चार्जिंग की समस्या का शायद सबसे अजीब समाधान है साल्ट लेक सिटी की पावर प्रैक्टिकल कंपनी के पास. इस कंपनी ने एक कुकिंग पॉट तैयार किया है जिसमें इलेक्ट्रिक थर्मोजनरेटर है. ये इलेक्ट्रिक थर्मोजनरेटर खाना भी पकाता है और साथ-साथ फ़ोन भी चार्ज करता है.कैलिफ़ोर्निया की स्कैनैडू भी ध्यान खींच रही है. ये जिस स्कैनर को बनाने पर काम कर रही है उसमें स्काउट नाम के सेंसर लगे होंगे, स्कैनर को सिर के नज़दीक लाकर इस्तेमाल करना होगा और ये स्कैनर दिल की धड़कन, त्वचा का तापमान, सांस की दर और खून में ऑक्सीजन का स्तर नाप लेगा.