-कभी भी ढह सकता है रांची रेलवे स्टेशन

-एंट्रेंस प्वाइंट के सभी छह पिलरों में आई दरार

-क्रैक छत के रूप में पैसेंजर्स के सिर पर मंडरा रहा खतरा

क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: यदि आप रांची रेलवे स्टेशन जा रहे हैं, तो जरा बच कर ही रहिएगा. क्योंकि, भूकंप का अगला झटका झेलने की स्थिति में यह स्टेशन नहीं है. स्टेशन के एंट्री प्वाइंट पर स्थित पिलरों में पड़ी दरार जहां खतरे का संकेत दे रही हैं. वहीं, क्रैक छत के रूप में पैसेंजर्स के सिर पर काल मंडरा रहा है. जबकि स्टेशन प्रबंधन का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है. इसे दुरुस्त कराने की बात तो दूर रोजाना सैकड़ों लोगों का यही से आना-जाना जारी है.

एंट्री प्वाइंट के सभी पिलरों में दरार

रांची रेलवे स्टेशन के एंट्री प्वाइंट पर स्थित सभी छह पिलरों में की दरार अब खतरनाक बन गई हैं. इनमें पहले से हल्की दरारें थीं. जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं छत में कई जगह क्रैक होने से खतरा लोगों के सिर पर झूल रहा है, जिससे लोग अब तक अंजान हैं.

हादसे के बाद खुलेगी प्रबंधन की नींद

पिलरों की दरार पर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया है. जबकि इसी रास्ते से सबसे ज्यादा पैसेंजर्स का आना-जाना होता है. लोगों को रिसीव और ड्रॉप करने वाली गाडि़यां भी यहीं पार्क होती हैं. कई लोग यहां अक्सर आराम फरमाते नजर आते हैं. ऐसे में अगर पिलर टूटता है या छत गिरती है, तो जानमाल के बड़े नुकसान की आशंका बनी हुई है.

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क्या कहते हैं पैसेंजर्स

इस पर तो किसी का भी ध्यान नहीं जाता है. लोग यहां ट्रेन पकड़ने आते हैं. इस बीच अगर कोई दुर्घटना हो जाती है, तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा.

संकेत

इन दरारों को देखकर ही डर लग रहा है. लोगों का ध्यान तो चारों ओर रहता नहीं है. ऐसे में अगर यह गिर जाए तो भगवान ही मालिक हैं.

वैभव

वर्जन

पिलरों में दरार की जानकारी मुझे मिली है. पब्लिक की सुरक्षा को देखते हुए हमने प्रोपोजल भेज दिया है. जैसे ही वह पास होगा, इसकी मरम्मत करा दी जाएगी. साथ ही डिजाइन में कुछ बदलाव भी किए जाएंगे.

-विजय प्रसाद, एसएसइ, रांची डिविजन

Posted By: Prabhat Gopal Jha