महिलाओं पर होगा शहर में नौ पोलिंग बूथों का दारोमदार
- शहर में बनाए जाएंगे नौ सखी पिंग बूथ
- प्रशासन ने महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए उठाई जिम्मेदारी बरेली -- इस लोकसभा चुनाव में प्रशासन महिलाओं को फुल एक्शन में देखना चाहता है. उनके ऊपर पूरी जिम्मेदारी सौंपना चाहता है. इसके लिए प्रशासन की ओर से इस बार शहर के 9 बूथों को सखी पिंक बूथ नाम दिया गया है. सखी पिंक बूथ पर सिर्फ महिलाओं का ही दबदवा रहेगा. बूथ की पूरी जिम्मेदारी संभालने के लिए महिलाओं को ही चुना गया है. पूरे इलेक्शन इन बूथ पर एक भी पुरुष कर्मचारी नहीं होगा. लेकिन शहर में यह बूथ कौन से होंगे इस बात के लिए प्रशासन अभी पूरी तरह से क्लियर नहीं है. सीडीओ का कहना है सखी पिंक बूथ के लिए लिस्ट तैयार की जा रही है. टैंट से लेकर कॉरपेट तक सभी होगी पिंकसीडीओ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जो भी पिंक बूथ होंगे वहां फर्श पर कारपेट बिछाई जाएगी. कोशिश रहेगी कि जो भी कारपेट बिछाई छाए वो पिंक कलर की हो. साथ ही वहां पर जो टैंट लगाया जाएगा वो भी पिंक कलर का ही होगा, और वहां पर यूज होने वाली सभी चीजों को अधिकांश पिंक कलर से ही तैयार किया जाएगा.
यूनिफार्म में भी पिंक कलर
इतना ही नहीं सीडीओ ने बताया कि इन बूथ पर तैनात कर्मचारियों की यूनिफार्म का कलर भी पिंक ही होगा. फिर चाहे वो महिला कर्मचारी सूट में हो या फिर साड़ी में, लेकिन कोशिश यही होगी कि सभी कर्मचारियों की यूनिफार्म एक जैसी हो. महिला पुरुष सभी आ सकेंगे ऐसा नहीं है कि यदि इन बूथों पर केवल महिला ही वोट डाल सकेंगी. जिस एरिया में इन बूथों को बनाया जाएगा वहां के सभी वोटर्स को यहां पर वोट करना होगा. फिर चाहे वो पुरुष हो या फिर महिला. महिला सशक्तिकरण को मिले बढ़ावा सीडीओ ने बताया कि इस बार इन बूथों को पिंक बूथ इसलिए बनाया गया है. जिससे पता चल सके कि महिलाएं भी किसी से कम नहीं है. इन महिलाओं को काम करते देख दूसरी महिलाएं भी इनसे प्रेरणा लेंगी और खुद भी आगे बढ़कर काम करने की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा कि जब महिलाएं देश चला सकती हैं तो एक पोलिंग बूथ क्यों नहीं संभाल सकतीं.शहर में नौ बूथों को सखी पिंक बूथ बनाया जाना है. अभी तक यह डिसाइड नहीं हो पाया है कि पिंक बूथ कौन से बूथों को चुने. जल्द ही इन्हें घोषित कर दिया जाएगा.
सत्येंद्र कुमार, सीडीओ