-हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने थर्सडे को भी भमोरा और आंवला में लगाए कैंप

BAREILLY :

78-टीम

78-गांव

6624-मरीज देखे गए

5987-मरीजों की आरडीटी किट से की गई जांच

714-पीवी के मरीज

433- पीएफ

14- गांवों में फॉगिंग

73-गांव में स्प्रे

आंवला में जानलेवा प्लाजमोडियम फाल्सीपेरम 'पीएफ' के मरीज थर्सडे को भी 433 मिले। मरीजों की बढती संख्या को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट भी अलर्ट हो गया है। क्योंकि अब से पहले इतनी बड़ी संख्या में पीएफ के मरीज नहीं मिले थे। टीम लगातार गांव में कैंप लगा रहा है। इस दौरान सभी टीमों पर निगाह रखने के लिए सीएमओ भी मानिटरिंग कर रहे हैं।

पीएफ की वजह तलाशेगा विभाग

पीएफ के मरीजों का अब हेल्थ डिपार्टमेंट उम्र के हिसाब से ब्योरा तैयार करेगा। मरीजों को 6 अलग-अलग वर्ग में उनकी उम्र के अनुसार बांटा गया है। स्वास्थ्य विभाग इस डेटा की मदद से यह जानने की कोशिश में जुटा है कि किस आयु वर्ग में इसका प्रभाव अधिक है और इसकी क्या वजह है।

30 वर्षो में बड़ा हमला

ज्ञात हो पीएफ का विगत 30 वर्षो में देश में यह सबसे बड़ा हमला है। अब से पहले इतनी बड़ी संख्या में पीएफ के मरीज नहीं मिले थे। अब तक जांच में 6 हजार से अधिक केस मिल चुके हैं। भले ही सभी में इसकी आखिरी पुष्टि न हुई हो, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसे एक ट्रेंड मान रहा है। इतनी बड़ी संख्या में पीएफ के केस मिलने के बाद दिल्ली और लखनऊ की एक्सपर्ट टीम ने भी शहर में डेरा डाल दिया है। अब हेल्थ डिपार्टमेंट इस जानलेवा बीमारी के फैलने के पीछे की वजह तलाशने में जुट गया है।

Posted By: Inextlive