-पूर्वाचल राज्य के लिए आंदोलनरत महिला ने पेट्रोल उड़ेलकर रोडवेज की वाल्वो बस में लगा दी आग

-कैंट बस स्टेशन पर मच गयी भगदड़, फायर बिग्रेड ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू

VARANASI

पूर्वाचल राज्य की मांग को लेकर आंदोलनरत महिला पीएम से नहीं मिल पाने से इतनी नाराज हुई की

कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर खड़ी सवा करोड़ रुपये कीमत की वाल्वो बस फूंक दी। बस में सवार पैसेंजर्स ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचायी। हवा में पंफलेट उड़ाती और चिखती-चिल्लाती आरोपी महिला को पुलिस चौकी ने हिरासत में लेकर सिगरा थाना भेज दी। आग का गोला बनी बस को बुझाने के लिए कंट्रोल रूम की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बढ़ती तो स्टेशन पर खड़ीं सैकड़ों बसें इसकी चपेट में आ सकती थीं। वहां मौजूद हजारों सवारियों की जान भी जा सकती थी। आलमबाग डिपो लखनऊ के बस ड्राइवर मुकेश कुमार ने अगलगी की घटना पर सिगरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पूर्वाचल राज्य आंदोलन की राष्ट्रीय महासचिव व जगतगंज निवासी वंदना रघुवंशी के खिलाफ नामजद तहरीर दी।

सवार थी यात्री बनकर

कैंट रोडवेज बस स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर बुधवार की सुबह लखनऊ जाने को तैयार आलमबाग डिपो की वाल्वो बस में तीन यात्री सवार थे। जिसमें एक जौनपुर और दो महिला यात्री लखनऊ जाने के लिए सवार थीं। जिसमें पूर्वाचल राज्य के लिए आंदोलनरत वंदना रघुवंशी भी शामिल थी। वो बस की आखिरी सीट पर बैठी थी। करीब सुबह 10.50 बजे अचानक उसने अपने हैण्डबैग में बोतल में रखा पेट्रोल सीट उड़ेलकर आग लगा दिया।

आग देखकर बस में सवार सभी कूदकर भागने लगे। वंदना भी चीखती-चिल्लाती बस से उतरी और पूर्वाचल राज्य की मांग के पम्फलेट हवा में उड़ाने लगी।

तो दस मिनट में उड़ जाता स्टेशन

रोडवेज कर्मियों की मानें तो यदि फायर ब्रिगेड जल्दी आग पर काबू नहीं पाता तो पूरा रोडवेज बस स्टेशन आग में तब्दील हो जाता। आग लगने के करीब 20 मिनट में ही फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई थी और आग पर काबू पा लिया। यदि दस मिनट और लेट हुआ तो 45 सीटर वाली वाल्वो के 700 लीटर वाले ईधन टैंक तक आग पहुंचती तो फिर विस्फोट के साथ आसपास खड़ी कई बसें भी चपेट में आ जातीं।

फोरेंसिक ने की जांच

रोडवेज बस में अगलगी की जानकारी मिलते ही शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया। लखनऊ तक फोन घनघनाने लगे। आरएम केके शर्मा छुट्टी पर होने के बावजूद पल-पल की इंफारमेशन मातहतों से लेते रहे। परिवहन विभाग के एमडी भी हादसे पर नजर रखे रहे। एसएम और एआरएम रिपोर्ट हेडक्वार्टर को भेजने में देर शाम तक लगे रहे। एसीएम थर्ड और सीओ चेतगंज अंकिता सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच हर पहलुओं पर तफ्तीश की। मामला बड़ा होने के कारण फोरेंसिक टीम भी यह पड़ताल करने पर जुटी रही कि आग किस पदार्थ से लगाई गई, पेट्रोल था या फिर कुछ और था जिससे बस में भीषण आग लग गयी।

Posted By: Inextlive