-डीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस में मलिन बस्तियों के 68 बच्चों संग पीएम ने बिताया बीस मिनट, सुनी कविताएं और सुनाई कहानियां

-खेल, योग और स्वास्थ्य-शिक्षा पर मोदी ने बच्चों का खींचा ध्यान

 

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VARANASI : नन्हे मुन्ने बच्चों को अपने बीच पाकर अक्सर पीएम मोदी भी बच्चा बन जाते हैं। दुलारते समय बच्चों का कान खींचना उनकी आदतों में शुमार है। शहर के मलदहिया, लल्लापुरा, छित्तूपुर, भारत माता मंदिर एरिया के स्लम बस्तियों के 68 बच्चों से पीएम मोदी ने सोमवार को डीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस में मुलाकात की। इस दरम्यान रिशु का कान पकड़ उन्होंने दुलारा भी। करीब 20 मिनट तक बच्चों संग बच्चा बने रहे पीएम ने अपने बचपन की यादों को शेयर किया। एक चिडि़या की कहानी सुनाकर बच्चों को बताना नहीं भूले कि वह बचपन में कैसे अक्षरों की पहचान और गिनती-पहाड़ा याद किया करते थे। होनहार बच्चों से कविताएं सुने और जीवन में बड़े काम के लिए लक्ष्य का निर्धारण करने का अचूक मंत्र भी दिया। पीएम ने बच्चों को योग, खेल, शिक्षा, स्वास्थ्य और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। बच्चों से प्रॉमिस लिया कि अब वह अपने घरों में साफ-सफाई का ध्यान खुद रखेंगे, पापा-मम्मी और दादा-दादी को भी प्रेरित करेंगे।

 

बच्चों की प्रतिभा देख हुए कायल

नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा तैयार कर लाई गई पेंटिंग और क्राफ्ट पर पीएम अपनी तस्वीर देख बच्चों की प्रतिभा के कायल हो गए। बच्चों से कविताएं और कहानियां सुनने के बाद छोटी बच्ची वैष्णवी को दुलारते हुए पीएम उसे काफी देर तक गोद में बैठाए रहे। बच्चे भी उनसे इतना घुल मिल गए कि उन्हें पता ही नहीं चला कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने बैठे हैं।

 

जिसे जमाना हीन नजरों से देखता और दुत्कारता है उन मलिन बस्तियों में जाकर बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने वाली काशी विद्यापीठ मास कॉम स्टूडेंट्स की संस्था टीटीएफ फांउडेशन के कार्यो को पीएम ने सराहा, साथ ही शिक्षा की दिशा में और बेहतर करने का जज्बा भी भरा। फाउंडेशन के अजत द्विवेदी, रिशु, वैभव, अंकित, अवनीश, हिमांशु, रवि, श्रद्धा, सृष्टि, अजीत, मंगलेश से मिलकर पीएम ने ऐसे कार्यो के लिए शुभकामनाएं दीं। बोले, शैक्षिक दिशा में कार्य करते हुए यदि जरूरत पड़े तो हर संभव मदद भी की जाएगी।

Posted By: Inextlive