प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोजेक्ट आधार को लेकर काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं. उन्होंने प्रोजेक्ट की प्रोगेस और स्टेटस जानने के लिए शनिवार को एक मीटिंग बुलाई है.

जानिए क्यों अहम है ये बैठक
इस मीटिंग में आधार प्रोजेक्ट से जुड़े सीनियर ऑफिसर्स के अलावा टेलीकॉम एंड आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद समेत दूसरे कैबिनेट मिनिस्टर्स भी शामिल होंगे. मोदी सरकार आधार को प्रधानमंत्री जन धन योजना समेत दूसरी वेलफेयर स्कीमों के साथ जोड़ना चाहती है. इस वजह से ये बैठक काफी अहम है. मीटिंग में उत्तर प्रदेश और बिहार में आधार प्रोजेक्ट की मुश्किलों पर चर्चा होगी. फिलहाल 66.99 करोड़ आधार नंबर जारी किए गए हैं लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार में आधार का एनरॉलमेंट काफी कम हुआ है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि आधार प्रोजेक्ट जल्दी पूरा हो.
कयों जरूरी है प्रोजेक्ट आधार
अंडर आधार प्रोजेक्ट (UIDAI) साल 2009 में शुरू किया था. इस योजना का मकसद है कि  देश के सभी लोगों को एक युनीक आइडेंटिटी नंबर दिए जाएं. इन दिनों कई सर्विस प्रोवाइडर्स जैसे बैंक आधार कार्ड को अकांउट खोलने के लिए केवाईसी डॉक्यूमेंट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. आधार नंबर में दिए गए युनीक आइडेंटिटी नंबर्स के जरिए सरकार लोगों से जुड़ी तमाम जानकारियां इकट्ठी करती है. जिससे सरकार को पॉलिसी और पब्लिक वेलफएयर प्रोजेक्ट्स के लिए आसानी से डेटा मिल जाता है. आधार कार्ड आईडी कार्ड और एड्रेस प्रूफ के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है.

 

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Posted By: Shweta Mishra