GORAKHPUR: तीन एकड़ में बनने वाली संत कबीर एकेडमी का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। 24 करोड़ की लागत से बनने वाली एकेडमी के शिलान्यास से पहले पीएम ने संत कबीर के समाधि स्थल पर जाकर माथा टेका। माथा टेकने के बाद काफी देर तक कबीर मठ महंत विचार दास से बात करते हुए टीवी स्क्रीन पर नजर आए। उसके बाद पीएम न कबीर मजार के दरबार पहुंच चादर चढ़ाई। वहीं, मजार के मुतवल्ली खादिम हुसैन से भी बात की। उसके बाद वह संत कबीर एकेडमी के शिलान्यास के बाद जनता को संबोधित करने मंच पर पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं से लेकर पब्लिक ने उत्साह के साथ मोदी-मोदी के नारे लगाए।

'यूपी नहीं देखा तो भारत नहीं देखा'

शिलान्यास कार्यक्रम के बाद मंच पर पहुंचे पीएम व सीएम का स्वागत करते हुए संस्कृति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली है, तब से कबीर, गौतम बुद्ध समेत अन्य संतों की भूमि को पर्यटन से जोड़ने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि जिसने 'यूपी नहीं देखा, उसने भारत नहीं देखा'। उन्होंने कहा कि संत कबीर एकेडमी तीन एकड़ भूमि में होगी। कुल 24 करोड़ के बजट से निर्माण होगा। डीडीयूजीयू से संबद्ध इस एकेडमी से शोध कार्य किए जा सकेंगे।

कबीर के दोहे पर लूटी वाहवाही

संस्कृति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लक्ष्मी नारायण चौधरी ने संत कबीर का दोहा 'पोथी पढि़-पढि़ जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढ़ाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय' बोला तो लोगों ने जमकर ताली बजाई। इसी बीच पब्लिक के बीच तिरंगा फहराते हुए मोदी व योगी के नारे लगते रहे। तभी मंच पर विराजे अतिथियों के स्वागत क्रम में निर्गुन की शुरुआत की गई। मंच पर विराजमान अतिथियों में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ। महेश शर्मा, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मुख्य सचिव राजीव कुमार, संत कबीरनगर सांसद शरद त्रिपाठी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive