Patna: आपके घरों तक अगर पानी आने में प्राब्लम आ रही है तो बता दें कि आपके हिस्से का पानी चोरी हो रहा है. लिकेज के अलावा वाटर बोर्ड इन दिनों चोरी हो रहे पानी के बारे में जांच करने में लगी है लेकिन अब तक ठीक-ठीक पता नहीं चल रहा है.

पीपीपी मॉडल पर कर्मी की बहाली
दरअसल, पानी चोरी को लेकर निगम की ओर से अपने कर्मियों को जांच में लगाया गया, साथ ही पीपीपी मॉडल पर कर्मी की बहाली भी की गई, लेकिन कुछ खास रिजल्ट अब तक नहीं निकल पाया है। हां, इतना जरूर पता चला है कि शहर के मेन एरिया से लेकर नए बसे एरिया में हर जगह लोग पानी की चोरी कर रहे हैं। निगम के डाक्यूमेंट में उसे पानी का चोर कहा जा रहा है। जिसने अब तक होल्डिंग टैक्स जमा नहीं किया है लेकिन पानी का यूज कर रहे हैं। नगर निगम एरिया में ऐसे दो लाख के आसपास घर हैं जिसकी खोज और जांच निगम कर्मी करने में लगे हैं।

हर एरिया में हो रही खोज
निगम के ऑफिसर्स मानते हैं कि होल्डिंग टैक्स जिसने पेड नहीं किया है वो निगम की नजर में चोरी है। ऐसे लोगों को किसी भी तरह की सुविधा नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए पुराने एरिया से लेकर नए एरिया और नई बिल्डिंग की जांच की जा रही है। इसमें पांच साल पहले बने मकान की भी जांच की जा रही है। दरअसल होल्डिंग टैक्स को लेकर निगम की ओर से कई बार अभियान चलाया गया, लेकिन नतीजा कुछ खास नहीं निकला। अपर नगर आयुक्त रेवेन्यू शशांक शेखर सिन्हा ने बताया कि होल्डिंग टैक्स की चोरी करने वालों की जांच में कर्मियों को लगाया गया है जो भी इसकी चोरी कर रहे हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी।

होल्डिंग की संख्या पर शक
निगम में होल्डिंग टैक्स पेड करने वालों की लिस्ट पांच साल पुरानी है। 1 लाख 98 हजार होल्डिंग का ही अब तक पेमेंट हो पा रहा है, जबकि निगम के ऑफिसर्स बताते हैं कि डेढ़ लाख से अधिक कंस्ट्रक्शन नए हुए हैं, लेकिन अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हो पायी है। नए होल्डिंग की पहचान में जुटे कर्मी भी प्रोपर काम नहीं कर रहे हैं। इससे कार्रवाई नहीं हो पाती है।

बोरिंग रोड से पाटलिपुत्रा तक
निगम की नजर में ऐसे चोर निगम के हर वार्ड में हैं, जो निगम की फैसिलिटी उठा रहे हैं। बोरिंग रोड, राजाबाजार, जगदेव पथ से लेकर पटना सिटी तक लाखों कंस्ट्रक्शन हुए हैं, लेकिन इसमें से कइयों ने एक बार तो कइयों ने कभी भी होल्डिंग टैक्स पे नहीं किया है और निगम की फैसिलिटी का लाभ उठा रहे हैं।

चौगुना उठा रहे हैं फायदा
वाटर बोर्ड के इंजीनियर अनिल तिवारी ने बताया कि बोरिंग रोड, बाजार समिति, राजेंद्र नगर एरिया में ऐसे हजारों घर हैं जो होल्डिंग टैक्स तो रेसिडेंसियल दे रहे हैं, लेकिन कमर्शियल यूज कर रहे हैं। यही नहीं कई घरों में तो सप्लाई वाटर के पाइप लाइन में मोटर लगाकर सीधे पानी को खींच रहे हैं, जो पूरी तरह से पानी का मिसयूज है। पांच आदमी के पानी को कई घरों के बीस से तीस लोग जबरदस्ती यूज कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive