लिटमस टेस्ट प्रशासन करेगा फेस

-एक ही दिन कई कार्यक्रम होने से प्रशासन के माथे पर आया पसीना

पीएम के कार्यक्रम सहित लाखों रैदासियों का जत्था होगा शहर में

-माघ पूर्णिमा पर उमड़ेंगे हजारों श्रद्धालु तो लगन तेज होने से होंगी कई शादियां भी

इंट्रो--

जिला व पुलिस प्रशासन के लिए 19 फरवरी का दिन लिटमस टेस्ट से कम नहीं होगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक ही दिन तीन-चार ऐसे बड़े कार्यक्रम शहर में हैं जिसने प्रशासन के माथे पर पसीना ला दिया है। 19 को प्रधानमंत्री मोदी का बनारस में सभा सहित शिलान्यास-लोकार्पण कार्यक्रम, इसी दिन संत रविदास जयंती पर देश-दुनिया से आए लाखों रैदासी रहेंगे तो माघ पूर्णिमा होने के कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने के साथ ही कुंभ का पलट प्रवाह अलग रहेगा। लगन तेज होने से कई शादियां होंगी। इतने कार्यक्रम ने पुलिस सहित जिला प्रशासन को पशोपेश में डाल दिया है। एक ही दिन इतने बड़े कार्यक्रमों को एक साथ सकुशल निपटाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

सकुशल निपटाने की चुनौती

सिटी में 19 फरवरी को पीएम के आगमन पर रूट डायवर्जन सहित सुरक्षा का कड़ा पहरा, रैदासियों व माघ पूर्णिमा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कंट्रोल करने के लिए बेहतर ट्रैफिक प्लानिंग खास है। वहीं शहरह में कई शादियां भी होंगी। इस दौरान शादी में शामिल होने वाले लोगों को मंजिल तक पहुंचने में बाधाएं भी आएंगी क्योकि रूट डायवर्जन से बरातियों की दूरी बढ़ेगी तो वहीं सड़क पर बारात भी निकालने पर रोक रहेगी। रोहनिया स्थित औढ़े में सभा स्थल पर व बीएचयू-सीरगोवर्धनपुर व डीएलडब्ल्यू आदि एरिया में पीएम मोदी का जाना सुनिश्चित है। पीएम के लिए निर्धारित रूट पर पड़ने वाले लान संचालकों को चेतावनी भी दी गई है कि फ्लीट गुजरने के दौरान सड़क पर किसी भी तरह का वाहन न रहे जिससे कि जाम की स्थिति न बने। कश्मीर के पुलवामा में हुई आतंकी घटना के बाद से पीएम की सिक्योरिटी और बढ़ा दी गई है। यह भी वजह है कि उस दिन प्रशासन कोई चूक भी नहीं चाहेगा।

ट्रैफिक संभालना बड़ी चुनौती

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक रख पाना पुलिस प्रशासन के लिए अक्सर चुनौती भरा ही रहता है। हर दिन शहर जाम से जूझता है। तब स्थिति और भी विकट हो जाती है जब शहर में कोई खास आयोजन होता है। यूं तो 19 फरवरी को शहर में पीएम मोदी का दौरा सहित कई अन्य कार्यक्रम आयोजित हैं। एक तरफ कैंट से लगायत लंका-बीएचयू तक रैदासियों का रेला रहेगा तो माघ पूर्णिमा के अवसर पर कुंभ से काशी लौटने वाले श्रद्धालुओं का जत्था भी शामिल रहेगा। शहर में तेज लगन भी ट्रैफिक डिपार्टमेंट के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। सड़क पर निकली बारात और वैवाहिक लान के बाहर पार्क गाडि़यों को व्यवस्थित करा पाना भी चुनौती से कम नहीं होगा।

लाखों की भीड़ में शामिल होंगे पीएम

लंका के सीरगोवर्धनपुर गांव में संत रविदास मंदिर पर जयंती के अवसर पर एक लाख से अधिक रैदासियों का हुजूम उमड़ेगा। यही कारण है कि इस आयोजन को लक्खा मेला भी कहा जाता है। रविदास जयंती पर मंदिर में पीएम मोदी भी मत्था टेकने जाएंगे, उनके लिए सिक्योरिटी टाइट की गई है। बीएचयू के कैंसर हॉस्पिटल व सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का लोकापर्ण भी पीएम करेंगे। उधर, सिटी के सैकड़ों वैवाहिक लान भी बुक हैं। कुंभ से काशी पलट प्रवाह होने से भी शहर में काफी भीड़ रहेगी।

Posted By: Inextlive