सीतापुर के खैराबाद इलाके में मंगलवार की सुबह आदमखोर कुत्तों ने महज पांच घंटे के भीतर एक के बाद एक तीन बच्चों को नोच-नोच कर मार डाला। तीनों ही बच्चे 12 साल से कम उम्र के हैं। शर्मनाक बात यह है कि पहली घटना के बाद लोगों ने डीएम से मदद मांगने के लिये उनके सीयूजी नंबर पर कॉल किया लेकिन मदद तो दूर कॉल ही रिसीव न हो सकी। वहीं इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। आदमखोर कुत्तों को पकडऩे के लिये मथुरा से एक्सपट्र्स की टीम को बुलाया गया है। वहीं वन विभाग की चार टीमें गठित कर कॉम्बिंग शुरू करा दी गई है।


जमीन पर गिरा लियाlucknow@inext.co.in (LUCKNOW)। पहली घटना खैराबाद के टिकरिया गांव में हुई, जहां इसी गांव की रहने वाली शामली (11) अपनी सहेलियों के साथ गांव के बाहर स्थित आम की बाग में आम बीनने गई थी। बाग के करीब स्थित ईंट के भट्ठे के सामने बच्चों ने कुत्तों का झुंड देखा। यह देख बच्चों की बाग में जाने की हिम्मत नहीं पड़ी और वे अपने घरों की ओर भाग पड़े। इस पर कुत्तों के झुंड ने उनका पीछा किया और शामली को दबोच कर जमीन पर गिरा लिया। शामली बचाव के लिये चीखती रही लेकिन, वहां कोई भी मदद के लिये मौजूद नहीं था। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के बागों में मौजूद लोग उस ओर दौड़े लेकिन, भागने से पहले कुत्तों ने शामली के गले व पेट का मांस कई जगह से नोच डाला, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
नहीं चढ़ पाई पेड़ पर


इसके बाद कुत्तों का झुंड गुरपलिया गांव जा पहुंचा आर वहां बाग में करीब साढ़े छह बजे खालिद (12) को निशाना बनाया। खालिद भी उस वक्त बाग में अकेला आम बीनने गया था। कुत्तों के झुंड ने उसे भी जमीन पर गिरा लिया और उसे तब तक नोचते रहे जब तक लहूलुहान होकर वहीं उसकी मौत नहीं हो गई। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे लोगों ने खालिद को आनन-फानन हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। तीसरी घटना करीब 11 बजे कोलिया गांव में हुई। यहां गांव से कुछ दूरी पर बाग में कुत्तों ने रखवाली कर रहे पिल्लू को दौड़ा लिया। कुत्तों के झुंड को अपनी ओर आता देख पिल्लू किसी तरह पेड़ पर चढ़ गया। इसके बाद कुत्तों ने बाग में ही ननिहाल आई कोमल (10) और उसकी सहेलियों को दौड़ाया। कोमल आम के पेड़ पर चढऩे की कोशिश करने लगी मगर, कुत्तों ने उसका पैर दबोच लिया। वह नीचे गिर गई और फिर चंद मिनटों में कुत्तों ने उसे भी नोच-नोच कर मार डाला। चार महीने में 10 बच्चों को मार डालास्थानीय लोगों की मानें तो पिछले चार महीनों में आदमखोर कुत्तों ने 10 बच्चों को इसी तरह नोच-नोचकर मार डाला। लोगों ने इसकी शिकायत तहसील व पुलिस से भी की लेकिन, कोई कार्रवाई न हो सकी। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने उनकी शिकायत पर ध्यान दे दिया होता तो मंगलवार को तीन बच्चों की जान बचाई जा सकती थी। आवारा कुत्तों की तलाश कर रही

वन विभाग की चार टीमें बनाई गई हैं जो लगातार कॉम्बिंग कर आवारा कुत्तों की तलाश कर रही हैं। कुत्तों को पकडऩे के लिये मथुरा से एक्सपट्र्स को भी बुलाया गया है। - शशांक त्रिपाठी, एसडीएम

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Posted By: Shweta Mishra