शुक्रवार को कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के पीओके ट्रेनिंग कैंप का एक वीडियो मिला है। इसका खुलासा आतंकियों की चैट से हुआ है...

- देवबंद में दबोचे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को एटीएस ने किया कोर्ट में पेश

- पश्चिमी यूपी के दर्जनों युवकों को जैश में रिक्रूट करने के लिये उकसा रहे थे दोनों

- आतंकियों के मोबाइल की वाट्सएप चैट से हुआ खुलासा

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LUCKNOW: सहारनपुर के देवबंद में शुक्रवार को दबोचे गए कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी पश्चिमी यूपी के युवकों को अपने संगठन में रिक्रूट करने के लिये उनका माइंडवॉश करने में जुटे थे। आतंकियों के मोबाइल फोन की वाट्सएप चैट में इसका खुलासा हुआ है। इतना ही नहीं उनके मोबाइल फोन में पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित जैश के ट्रेनिंग सेंटर का वीडियो भी मिला है। पता लगाया जा रहा है कि यह वीडियो उन लोगों ने खुद शूट किया या फिर इसे उन्हें किसी ने भेजा है। उधर, देवबंद से लखनऊ लाए गए दोनों आतंकियों को शनिवार देरशाम कोर्ट में पेश किया गया लेकिन, वकीलों के भारी विरोध के चलते एटीएस टीम उन्हें बिना पेशी के ही लेकर वापस लौट गई।

युवकों को भेजे वीडियो
- शाहनवाज तेली और आकिब मलिक के मोबाइल फोन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पाक अधिकृत कश्मीर स्थित ट्रेनिंग कैंप के तीन वीडियो मिले

- एक वीडियो 4.53 मिनट, दूसरा 4.02 मिनट और तीसरा वीडियो 3.26 मिनट का

- वीडियो में जैश आतंकी फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करते नजर आ रहे हैं

- तीनों वीडियो में बैकग्राउंड में आतंकी सरगना मौलाना अजहर मसूद का भाषण सुनाई देता है

- सूत्रों ने बताया कि दोनों आतंकियों ने यह वीडियो वाट्सएप के जरिये दर्जनों नंबर पर सेंड किये हैं

- नंबरों की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह नंबर पश्चिमी यूपी के ही युवकों के हैं।

दर्जनों युवक थे संपर्क में
बताया गया कि आतंकियों शाहनवाज और आकिब के संपर्क में डेढ़ दर्जन युवक थे। जिनसे वे दोनों वाट्सएप चैटिंग करते थे। इन युवकों में से सात संदिग्धों को एटीएस ने कस्टडी में लेकर बीती रात पूछताछ की। पता चला शाहनवाज और आकिब इन युवकों को जैश-ए-मोहम्मद में शामिल करने के लिये बरगला रहे थे। उन्हें जैश के ट्रेनिंग सेंटर का वीडियो भेजा गया था। चैटिंग में दोनों आतंकी बेहद शातिराना ढंग से कश्मीर में मुस्लिमों पर किये जा रहे कथित अत्याचार के बारे में बताते थे। उन युवकों को विश्वास दिलाने के लिये वे डॉक्टर्ड वीडियो भी भेजते थे, जिसमें आर्मी व पुलिस को लाठीचार्ज करते व एनकाउंटर करते दिखाया गया है। इसके अलावा उन्हें 'जेहाद' और जेहाद के लिये जान देने को लेकर उकसाया जाता था।

पूछताछ के बाद सात संदिग्ध रिहा
आतंकी शाहनवाज और आकिब के साथ वाट्सएप के जरिए संपर्क में रहने वाले सात संदिग्धों को यूपी एटीएस की टीमों ने दबोचा था। पूरी रात चली पूछताछ में पता चला कि युवकों का कोई दोष नहीं बल्कि, शाहनवाज और आकिब उन्हें बरगलाने की कोशिश में जुटे थे। इन युवकों के किसी भी संदिग्ध गतिविधि से न जुड़े होने की पुष्टि होने पर शनिवार को इन सभी को रिहा कर दिया गया। वहीं, देवबंद से ही दबोचे गए एक अन्य कश्मीरी संदिग्ध जावेद बट्ट को एटीएस टीम कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।

पेशी के दौरान जमकर विरोध, बैरंग लौटी एटीएस टीम
आतंकियों शाहनवाज और आकिब को लेकर शनिवार को राजधानी पहुंची एटीएस टीम एहतियात बरतते हुए देरशाम स्पेशल सीजेएम कस्टम की कोर्ट में पेशी के लिये पहुंची। पर, इन आतंकियों की पेशी पर आने का भारी संख्या में वकील इंतजार कर रहे थे। आतंकियों को लेकर जैसे ही एटीएस टीम कोर्ट परिसर के बाहर पहुंची। नाराज वकीलों ने 'भारत माता की जय', 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' 'वंदेमातरम' और 'जैश-ए-मोहम्मद मुर्दाबाद' के नारे लगाते हुए जिस जीप में आतंकी बैठे थे, उसे घेर लिया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद एटीएस टीम ने आतंकियों को कोर्ट में पेश करने का फैसला टाल दिया और उन्हें लेकर वापस लौट गई।

आतंकी अबुल बकर से लेते थे निर्देश
आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े शाहनवाज और आकिब मलिक को हवाला के जरिए फं¨डग की आशंका जताई जा रही है। एटीएस ने दोनों आतंकियों के बैंक अकाउंट की डिटेल जम्मू-कश्मीर पुलिस व स्थानीय खुफिया एजेंसियों से मंगाई गई है। इसी के साथ कई खुफिया टीम पश्चिमी यूपी समेत प्रदेश के अन्य सभी क्षेत्रों में हवाला का धंधा करने वालों की पड़ताल में जुट गई हैं। एटीएस इस जांच-पड़ताल में जुटी है कि शुक्रवार को देवबंद में पकड़े गए आंतकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सदस्य शाहनवाज और आकिब मलिक को कश्मीर में मौजूद उनके आका तो हवाला के जरिए आतंकी फं¨डग नहीं मुहैया करा रहे। पता चला है कि संगठन से जुड़े एक अन्य आतंकी अबुल बकर के दिशा-निर्देश पर ही दोनों आंतकी पश्चिमी यूपी में अपना नेटवर्क मजबूत करने में जुटे थे। सूत्र बताते हैं कि आंतकी अबुल बकर भी कश्मीर में जैश का सक्रिय आतंकी है, जो सोशल मीडिया के जरिए जैश के लिए युवाओं का भर्ती अभियान छेड़े हुए है।

Posted By: Inextlive