-आम लोगों के लिए पुलिस लाइन में 25 मई से शुरू होगी घुड़सवारी की ट्रेनिंग

- पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर मिलेगा मौका, बच्चों सहित युवाओं को तरजीह

अगर आप भी घुड़सवारी का शौक रखते हैं पर घुड़सवारी आती नहीं तो ये खबर खास आपके लिए है. अब आपके इस शौक को पूरा कराने के लिए पुलिस विभाग आगे आया है. विभाग पुलिस लाइन में बच्चों से लेकर बड़ों तक को घुड़सवारी की ट्रेनिंग देगा. इसके लिए बस आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा. आम लोगों में खुद की इमेज बदलने को पुलिस ने ये पहल की है. एसएसपी आनंद कुलकर्णी के निर्देश पर प्रशिक्षण का पूरा खाका आईपीएस डॉ. अनिल कुमार ने खींच लिया है. पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर घुड़सवारी का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

सीओ कैंट ऑफिस में करें आवेदन

फिलहाल पहले यह तय किया गया है कि 25 मई से शुरू हो रहे इस प्रशिक्षण शिविर में पांच से 20 साल आयु वर्ग के युवा ही शामिल हो सकते हैं. हालांकि यदि डिमांड बढ़ी तो अन्य को भी घुड़सवारी की ट्रेनिंग दी जाएगी. प्रशिक्षण के लिए सीओ कैंट ऑफिस में 20 मई तक आवेदन करना होगा. फ‌र्स्ट फेज में घुड़सवारी के लिए 25 लोगों को चुना जाएगा. लोकसभा चुनाव व काउंटिंग की प्रक्रिया समाप्त होते ही चयनितों को पुलिस महकमा के घुड़सवार प्रशिक्षण देंगे. इसके अलावा सेल्फ डिफेंस के बारे में भी जानकारियां दी जाएंगी.

ट्रेंड राइडर्स में खुशी

शहर में यदा-कदा शादी विवाह में पुलिस की घुड़सवारी देखने को मिलती थी. मगर, जब से रोक लगी तो उसके बाद से घुड़सवारी बंद हो गई. हार्स राइडिंग को धार देने के पुलिस महकमे की इस पहल पर ट्रेंड हार्स राइडर्स भी खुश हैं. उनका मानना है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद कौशल दिखाने का मौका बहुत कम मिला है. ऐसे भी इस बहाने लोगों को हार्स राइडिंग की बारीकियां सिखाने का मौका मिलेगा. थोड़ा रोमांचकारी फील करेंगे.

25

मई से शुरू होगा प्रशिक्षण शिविर

5 से 20

साल आयु वर्ग के युवा ही हो सकते हैं शामिल

20

मई तक प्रशिक्षण के लिए सीओ कैंट ऑफिस में करना होगा आवेदन

25

लोगों को फ‌र्स्ट फेज में घुड़सवारी के लिए चुना जाएगा

फ‌र्स्ट फेज में 20 साल आयु तक के युवा प्रतिभाग कर सकते हैं. हालांकि इसके अलावा भी इच्छुक लोगों को मौका दिया जाएगा. पढ़ाई नहीं कर रहे लड़के व लड़कियां भी आवेदन कर सकती हैं. 25-25 लोगों की टीम को घुड़सवारी का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

डॉ. अनिल कुमार, आईपीएस व सीओ कैंट

Posted By: Vivek Srivastava