छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : आजादनगर थाना अंतर्गत चेपा पुल के पास तीन फरवरी को दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर सलमान हाशमी पर फायरिंग करनेवाले दानिश को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इस घटना में तकनीकी खराबी की वजह से पिस्तौल के कॉग हो जाने के कारण फायर नही हो पाया था और सलमान हाशमी की जान बच गई थी। दानिश की निशानदेही पर

छिपकर रह रहा था

इस घटना के बाद लोगों के जमा हो जाने पर दानिश अपने साथियों के साथ फरार हो गया था। आजादनगर थाना से गिरफ्तारी के डर से भागकर दानिश गोलमुरी थाना अंतर्गत मुस्लिम बस्ती में रह रहा था। इस बात की सूचना मिलने पर गोलमुरी थाना ने उसे अरेस्ट किया। गिरफ्तारी के बाद दानिश ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में अपना दोष स्वीकार किया और बताया कि दोनों के बीच पुरानी दुश्मनी चली आ रही है। घटना में इस्तेमाल किए गए पिस्तौल के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने पिस्तौल को आजादनगर चेपा पुल के पास भागने के दौरान उसे पत्थर के नीचे छुपाने की बात कही। पुलिस द्वारा दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। आजादनगर थाना प्रभारी द्वारा दानिश की निशानदेही पर पिस्तौल बरामद किया गया। दोनो पक्ष के लोग दबंग किस्म के है इसे देखते हुए पुलिस ने दोनो पक्षों पर आवश्यक कारवाई की है.यह जानकारी सिटी एसपी कार्तिक एस ने दी।

टेल्को थाना में 7 जून 2014 को दर्ज हुई थी प्राथमिकी

असम राइफल में बहाली कराने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोपी पलामू के गोदरमा निवासी धनंजय पांडेय ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। निगरानी के विशेष न्यायाधीश मौहम्मद शाकिर की अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। धनंजय के खिलाफ असम राइफल के मुल्क राज ने जमशेदपुर के टेल्को थाने में 7 जून 2004 को कांड संख्या 11/4 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके खिलाफ 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप था। असम राइफल की ओर से छह जून 2004 को टेल्को स्टेडियम में बहाली प्रक्रिया चल रही थी। बाद में इस मामले की जांच निगरानी को सौंपी गई।

Posted By: Inextlive