- कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी कर रहे सॉल्वर ने अंदर से वाट्सएप पर बाहर भेजा था पेपर

- एसटीएफ ने वाट्सएप पर पेपर लीक करते ही डिग्री कॉलेज प्रबंधक समेत छह किए गिरफ्तार

आगरा: पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग ने सेंध लगा ली थी। परीक्षा केंद्र के अंदर एक सॉल्वर कक्ष निरीक्षक के रूप में था और बाहर उसके साथी। पेपर का फोटो मोबाइल से उसने वाट्सएप पर भेजकर लीक कर दिया। मगर, उसी समय एसटीएफ ने छापा मारकर कॉलेज प्रबंधक समेत गिरोह के अन्य सदस्यों को दबोच लिया। इसके बाद गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। फरार साथियों की तलाश चल रही है।

ये दबोचे गए

पुलिस कांस्टेबल के लिए गुरुवार को दूसरी पाली में दोपहर तीन से पांच बजे तक लिखित परीक्षा थी। इसमें सेंध लगाने को सॉल्वर गैंग ने पूरी फील्डिंग की थी। मगर, एसटीएफ ने खंदौली के बीएल महाविद्यालय में छापा मारकर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें सिकंदरा के गैलाना रोड निवासी कुलदीप पुत्र सुधीर, हाथरस सादाबाद में दयाल सरन निवासी अजीत पुत्र गुरुबचन, फीरोजाबाद के राजा का ताल में नगला हंसा निवासी राजू पुत्र रनवीर, इगलास के नगला परता निवासी चंद्रवीर पुत्र राजेंद्र, सादाबाद के कुरसंडा निवासी मोनू पुत्र किशन सिंह और कॉलेज प्रबंधक खंदौली के नगला नीम निवासी अरुण पुत्र गिर्राज किशोर शामिल हैं। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, आइटी एक्ट और छल करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

कक्ष निरीक्षक के रूप में थे तैनात

आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि चंद्रवीर का बीएल महाविद्यालय में सेंटर पड़ा था। उसके लिए उन्होंने पेपर लीक करने का जाल बिछाया था। यहां से पेपर मिलने पर कई अन्य केंद्रों पर भी पेपर हल करके वाट्सएप से भेजा जाता। पेपर लीक करने के लिए मोनू और राजू की कॉलेज में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी लगवाई गई। मोनू ने ही शाम 4.36 बजे मोबाइल से पेपर की फोटो खींचकर केंद्र के बाहर मौजूद कोचिंग संचालक के नंबर पर वाट्सएप कर दिया। इसी बीच एसटीएफ को भनक लग गई और मामला खुल गया। एडीजी अजय आनंद का कहना है कि परीक्षा खत्म होने से 24 मिनट पहले पेपर छह लोगों के बीच शेयर हुआ। सभी को पकड़ लिया गया। इसलिए पेपर लीक होने से बच गया।

Posted By: Inextlive