- एसटीएफ को फिर मिली थी बुढ़ाना क्षेत्र में लोकेशन

- कई टीमों ने खंगाला क्षेत्र, नहीं हाथ आया शातिर

एसटीएफ को फिर मिली थी बुढ़ाना क्षेत्र में लोकेशन

- कई टीमों ने खंगाला क्षेत्र, नहीं हाथ आया शातिर

Budhana :Budhana : बागपत जिले के भ्0 हजार रुपये के इनामी बदमाश राहुल खट्टा के बुढ़ाना क्षेत्र में होने की सूचना मंगलवार को एसटीएफ मेरठ टीम को मिली। इसके बाद स्थानीय पुलिस टीम और स्वाट टीम के साथ एसटीएफ ने मंगलवार को बुढ़ाना और कई अन्य जगहों पर राहुल की तलाश में उसके रिश्तेदारों के घर दबिश दी। हालांकि पूरे अभियान के दौरान आरोपी हाथ नहीं आया। ध्यान रहे कि गाजियाबाद से अपहृत भट्ठा व्यवसायी सरधना के कालिंदी में बरामद हुआ और उसके अपहरण में राहुल खट्टा गैंग का हाथ सामने आया है। सूत्रों की मानें तो वह सरधना से मुजफ्फरनगर जिले की ओर भागा था।

जंगलों में तलाश

शातिर राहुल खट्टा की लोकेशन एक बार फिर से मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना और शामली क्षेत्र में मिलने से एसटीएफ के कान खड़े हो गए। सोमवार देर रात एसटीएफ को सूचना मिली कि राहुल दोबारा बुढ़ाना में पनाह लेने के लिए पहुंच गया है। मंगलवार सुबह से ही एसटीएफ की दो टीम सीओ बुढ़ाना एसपी शर्मा, बुढ़ाना इंस्पेक्टर धनंजय मिश्र व स्वाट टीम मुजफ्फरनगर ने बुढ़ाना व शामली के जंगलों में आरोपी की तलाश की। सीओ बुढ़ाना एसपी शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने कुरालसी गांव निवासी राहुल की बहन आशा , गांव बिराल निवासी राहुल की बुआ के बेटे अमित के घर और पूर्व प्रधान ब्रह्मापाल के घर पर भी दबिश दी लेकिन राहुल का पता नहीं चला। इसके बाद क्षेत्र के कई ईट भट्ठों पर भी दबिश दी गई और दो संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया गया। पूरे अभियान में राहुल का पता नहीं चल सका। एहतियातन पुलिस को अलर्ट जारी किया गया है।

भाग निकला था खट्टा

एसटीएफ को बुढ़ाना मोड़ के पास गांव लकड़संधा के पास राहुल खट्टा की लोकेशन क्ब् अक्टूबर को मिली थी। इसी दिन एसटीएफ व स्वाट टीम मुजफ्फरनगर ने दबिश दी थी, लेकिन आरोपी खट्टा फरार हो गया था। खट्टा के चार साथी दबोच लिए गए थे।

चकमा देने के लिए बुढ़ाना

चूंकि राहुल मुजफ्फरनगर से फरार हुआ था तो जिले में अलर्ट जारी किया गया था। राहुल खट्टा की योजनाओं का खुलासा भी गिरफ्तार आरोपियों ने किया था। इसके बाद राहुल खट्टा की जिले में दोबारा दस्तक से अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपी पुलिस और एसटीएफ को चकमा देना चाहता था। चूंकि राहुल मुजफ्फरनगर से ही फरार हुआ था, ऐसे में उसके जिले में दोबारा पनाह लेने की संभावना पुलिस कम मान रही थी। इसी बात का राहुल फायदा लेना चाहता था।

Posted By: Inextlive