Meerut: शहर में क्राइम चरम पर है. बदमाश वारदात को अंजाम देते हैं और निकल जाते हैं. पुलिस इनके पीछे लकीर पीटती हुई रह जाती है. इन वारदातों को खोलने में नाकाम साबित हो रही हैं. कुछ केस आज भी पुलिस के गले की फांस बने हुए हैं जिनको काफी समय हो गया मगर आजतक उनमें कुछ खास प्रगति नहीं हुई. ऐसे में पुलिस पर सवालिया निशान खड़े होते हैं. आज भी ये केस बस्ते में हैं लेकिन हो कुछ नहीं रहा.


स्टूडेंट मर्डर केस25 अक्टूबर गुरुवार की रोज जालंधर एक्सप्रेस के कैंट स्टेशन पर पहुंचने के दौरान एक युवक पटरी पर गंभीर हालत में पड़ा हुआ था, जिसको कैंट स्टेशन अधीक्षक ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जिला अस्पताल से उसको मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां 26 अक्टूबर को इस घायल युवक का गला रेतकर कत्ल कर दिया गया था। मृतक की शिनाख्त जटपुरा समाली थाना धनौरा मंडी अमरोहा के नितिन पुत्र रामबीर सिंह के रूप में हुई थी। वह ट्रांसलेम में बी फार्मा का स्टूडेंट था।तफ्तीश में केस निल


दो थानों से जुड़ा होने के बावजूद इस मामले में कातिलों का सुराग नहीं लग पाया। इंचौली थाने में इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी और मेडिकल थाने में इसका कत्ल किया गया था। पुलिस ने केस में नितिन के वर्तमान कॉलेज और पुराने कॉलेज अलीगढ़ में कातिलों की तलाश की। टीम अलीगढ़ गई थी। मगर हाथ कुछ नहीं लगा था। पुलिस नोएडा तक होकर आ गई, लेकिन हर जगह खाली रही। एक लंबा समय होने के बाद भी पुलिस इस मामले को सॉल्व करने में एकदम नाकाम दिख रही है।बैंक डकैती

13 मई को मेडिकल थाना एरिया के जागृति विहार में सोमदत्त रोड पर दिन दहाड़े जिला सहकारी बैंक में बदमाशों ने धावा बोला और 26 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए थे। इस केस के बाद एसओ भी चेंज कर दिए गए थे। मगर आजतक लुटेरों का कुछ नहीं पता चला। जबकि इस वारदात से दो दिन पहले एक जिला सहकारी पंचायत के एक सदस्य से 35 हजार रुपए कैश लूटे थे। इसके बाद इस डकैती को अंजाम दिया गया था। पुलिस आजतक केस का खुलासा नहीं कर पाई।नहीं पता लगा राज पुलिस लाइन के क्वार्टर में 20 मार्च 2012 को एक कांस्टेबल प्रदीप उर्फ पिंटू की बॉडी उसके बेड के अंदर से मिली थी। इस कत्ल ने पुलिस लाइन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। एक लंबे समय बाद भी इस कत्ल में पुलिस को न कातिल मिला और न ही कोई सुराग। यह केस पुलिस की फाइलों में दबकर रह गया।"नितिन मर्डर केस में पुलिस लगी है। खुल जाएगा, मगर टाइम लगेगा। बैंक डकैती वाले केस में भी काम चल रहा है। कांस्टेबल के मर्डर केस में कुछ पता नहीं चला। कातिल की तलाश आज भी की जा रही है."- विकास चंद्र त्रिपाठी, सीओ सिविल लाइंसतीन सनसनीखेज कत्ल

31 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर की सीमा से सटे दौराला के दादरी गांव के जंगल में खेत से तीन सड़ी गली बॉडी मिली थीं। तीनों का कत्ल बड़ी ही बेरहमी के साथ हाथ-पांव बांधकर गला घोटकर किया गया था। तीनों बॉडीज को जानवरों ने खा रखा था। हालत बहुत खराब थी। पुलिस ने इनके आसपास शिनाख्त के लिए खोजबीन की। बॉडी के पास मिले पर्स के थ्रू इनकी पहचान हुई थी। जिसमें एटीएम, ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान पत्र और अन्य कागज मिले।ये थे तीनोंएक युवक की शिनाख्त रसोइया धामना थाना बरही हजारीबाग झारखंड के रकीब अंसारी पुत्र हुसैन मियां के रूप में हुई। जब इसके पास से मिले नंबर पर फोन किया गया तो पता चला कि इसके दूसरे साथियों में मरने वाले दोनों झारखंड के ही मिंटू ठाकुर पुत्र भुवनेश्वर और बाबूलाल पुत्र महेंद्र सिंह हैं। इनमें मिंटू व बाबूलाल यादव ट्रक ड्राइवर हैं और एक क्लीनर था। इन तीनों का कत्ल ट्रक लूटने के बाद किया गया था। मरने वालों पर ट्रक मालिक ने मवाना में केस भी दर्ज करा रखा था। असलियत तब पता चली जब इन तीनों की बॉडी मिलीं।डकैती के दौरान कत्ल
नौ सितंबर को नौचंदी थाना क्षेत्र में शास्त्री नगर डी-ब्लॉक 166 में रहने वाले एलआईसी से रिटायर इंद्र मोहन भटनागर की पत्नी बीना भटनागर का लूटपाट के दौरान कत्ल कर दिया गया था। इंद्र मोहन का बेटा गौरव अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। बेटी गरिमा शादी के बाद गुडग़ांव में है। जिस वक्त कत्ल हुआ उस समय इंद्र मोहन एल-ब्लॉक में सत्संग में गए थे। इस कत्ल की सही जांच के लिए बेटे गौरव ने डीआईजी को लिखा था। सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार दो युवकों को एलसीडी ले जाते देखा गया। यह केस क्राइम ब्रांच को दे दिया गया। क्योंकि थाना पुलिस इस केस में कुछ नहीं कर पाई थी।"इस केस में क्राइम ब्रांच भी काम कर रही है। हम लोग भी लगे हुए हैं। जल्द ही इस केस में कुछ होगा." - देवेंद्रपाल सिंह, इंस्पेक्टर दौराला

Posted By: Inextlive