- शिवराजपुर में कांस्टेबल की संदिग्ध मौत का मामला

- परिजनों ने एसओ और कुछ सिपाहियों पर जताया शक, सस्पेंड करने की मांग kanpur@inext.co.in

KANPUR :

शिवराजपुर थाने में कांस्टेबल सुरेंद्र तिवारी की संदिग्ध मौत में पुलिसिया जांच प्रमाण है कि पुलिस अपने साथियों की मौत को लेकर भी संवेदनशील नहीं है। सुरेंद्र की मौत के दो दिन बीत गए हैं, लेकिन जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। इससे नाराज परिजनों ने बुधवार को एसपी ग्रामीण से नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने एसओ और दो सिपाहियों पर शक जताते हुए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।

क्यों नहीं दर्ज हुई नामजद रिपोर्ट

मृतक सुरेंद्र के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने एसओ, दरोगा और दो सिपाहियों पर शक जताया था, फिर पुलिस ने नामजद रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं की। उनका आरोप है सुरेंद्र की हत्या की गई है। अभी तक तो एसओ को भी सस्पेंड नहीं किया गया है। इस मामले की जांच चौबेपुर एसओ कर रहे हैं। ऐसे में वो अपने साथी एसओ के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर पाएंगे।

जांच नहीं, विवेचना हो रही है

कांस्टेबल सुरेंद्र की मौत में एसएसपी शलभ माथुर ने एसपी ग्रामीण सुरेंद्र तिवारी से जांच कराने के लिए कहा था, लेकिन दो दिन बाद ही परिस्थिति बदल गई। आई नेक्स्ट ने एसपी ग्रामीण से जांच के बाबत सवाल किया तो उन्होंने कहा, जांच किस बात की होगी? इसमें रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की जा रही है। आई नेक्स्ट ने उनसे पूछा कि परिजन एसओ, दरोगा और कुछ सिपाहियों पर शक जता रहे हैं तो उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं की गई? तो उनका कहना है कि यह जांच का विषय है।

दो दिन बाद भी बयान दर्ज नहीं

दो दिन बाद भी विवेचक ने न तो पीडि़त परिवार से बयान लिया है और न ही शक के घेरे में आए पुलिस कर्मियों के। बताते चलें कि इस मामले की जांच चौबेपुर एसओ कर रहे हैं। उनका कहना है कि वो थाने गए थे, लेकिन वो पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज नहीं कर पाए। पीडि़त पक्ष एसएसपी साहब के पास गया था। वहां से उनको थाने भेजा गया गया। यहां आने पर उनका बयान दर्ज किया जाएगा।

Posted By: Inextlive