छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : नक्सलियों के साथ बुधवार को एमजीएम थाना क्षेत्र के डालापानी जंगल में हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवान निर्मल घोष के शहीद होने के बाद पुलिस ने मुठभेड़ में शामिल नक्सलियों के पूरे दस्ते को पकड़ने के लिए घेरेबंदी टाइट दी है। सीआरपीएफ, कोबरा बटालियान, जगुआर की बटालियन और जिला पुलिस के जवानों समेत कुल पांच कंपनी फोर्स जंगल में तैनात कर दी गई है। रणनीति हर हाल में नक्सलियों को काबू करने की है।

आला अफसर पहुंचे पिकेट

गुरुवार को सीआरपीएफ के डीआइजी राजीव कुमार तथा जमशेदपुर एसएसपी अनूप बिरथरे केशरपुर पिकेट पहुंचे और नक्सली आकाश के दस्ते को समाप्त करने की रणनीति बनाई। एसएसपी ने बताया कि एक ओर से जमशेदपुर पुलिस तो दूसरी ओर से बंगाल पुलिस नक्सलियों के खात्मे के अभियान में जुट गयी है। एसएसपी ने बताया कि इस बार पुलिस किसी भी कीमत पर आकाश के दस्ता को या तो आत्मसमर्पण कराने को मजबूर करेगी या फिर उसे मार गिराएगी।

कई नक्सलियों के खिलाफ केस

डालापानी जंगल में हुए मुठभेड़ के मामले में सीआरपीएफ सी-193 बटालियन केशरपुर कंपनी मुख्यालय के सहायक कमांडेंट हिलरियस बारला के बयान पर माओवादी असीम मंडल उर्फ आकाश, रामप्रसाद मार्डी उर्फ सचिन, सागर सिंह सरदार, प्रकाश महतो उर्फ अतुल, श्याम सिंकू उर्फ चमाई पिंगुआ, मदन महतो, नीता, बेला के अलावा 7-8 अन्य हथियारबंद माओवादी के खिलाफ सीआरपीएफ जवान की हत्या करने का मामला एमजीएम थाना में दर्ज कराया गया है।

नाइट विजन उपकरण का हो रहा यूज

जंगल में नक्सलियों को मार गिराने के लिए कोबरा कमांडों को उतार दिया गया है। अत्याधुनिक हथियार व नाइट विजन उपकरण के साथ कोबरा बटालियन के जवान जंगल में घुसे हैं। एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि कोबरा के जवान अत्याधुनिक हथियार व नाइट विजन उपकरण के साथ लैस है। कोबरा की खासियत यह है कि यह रात में पेड़ों पर चढ़कर या झाडि़यों में छिपकर नक्सलियों पर गुरिल्ला वार कर सकते हैं।

बंगाल से सटे जंगल में ले रखा है शरण

पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के बाद से नक्सली बंगाल सीमा की ओर जंगल में छीपे हुए हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे के मुताबिक नक्सलियों के जंगल सीमा के समीप छिपे होने व उनके बंगाल बार्डर पार कर पश्चिम बंगाल की ओर भागने की आशंका के मद्देनजर झारखंड पुलिस ने बंगाल पुलिस से भी संपर्क किया है।

Posted By: Inextlive