- वीवीआईपी थाना गोरखनाथ की बजी घंटी पर नहीं उठा फोन

- ज्यादातर समय बिजी रहता है गुलरिहा पुलिस का टेलीफोन

GORAKHPUR: गोरखपुर शहर में क्राइम कंट्रोल करने के लिए पुलिस जोरशोर से लगी है। पुलिस की टीम दौड़भाग करके जहां बदमाशों को पकड़ रहीं, वहीं हाफ एनकाउंटर की दहशत से शातिरों के पसीने छूट रहे हैं। शहर के थानों और पुलिस चौकियों की सूरत भी बदली जा रही है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि किसी तरह की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर अटेंड कर रही है। इससे पब्लिक को बड़ी राहत मिली है। पुलिस के दावे को परखने के लिए शहर के थानों के बेसिक फोन का रियलिटी चेक किया गया। शाम साढ़े पांच बजे से लेकर छह बजे तक शहर के सभी नौ थानों पर फोन करके हकीकत जांची गई। हकीकत सामने आई कि शहर के सबसे वीवीआईपी गोरखनाथ थाना का फोन लगातर घंटी बजने के बावजूद नहीं उठा। महिलाओं के साथ होने वाले क्राइम को लेकर भले पुलिस को संवेदनशील बनाया जा रहा है। लेकिन ऐसे में महिला थाना दफ्तर में लगा फोन रिसीव नहीं हुआ।

वीवीआईपी थाने का दर्जा, फोन नहीं उठाती पुलिस

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शहर के सभी थानों पर एक-एक करके फोन किया। जिन थानों का लैंडलाइन फोन नहीं उठा। वहां पर दोबारा कॉल किया। इस दौरान जो हकीकत सामने आई वह काफी परेशान करने वाली रही। गोरखनाथ थाना शहर का वीवीआईपी थाना है। यहां के लैंडलाइन नंबर पर जब कॉल किया गया तो काफी देर तक घंटी बजती रही लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।

टेंपरोरली आउट ऑफ सर्विस हो गया कैंट थाना

शहर के सबसे प्रमुख थाना कैंट की हालत भी ठीक नहीं मिली। कैंट पुलिस के दायरे में अति महत्वपूर्ण स्थान हैं। एडीजी, आईजी, कमिश्नर, डीएम, एसएसपी, कोर्ट- कचहरी, यूनिवर्सिटी सहित अति महत्वपूर्ण संस्थान इसके क्षेत्र में शामिल हैं। कैंट थाना पर लगे लैंडलाइन पर फोन करने पर टेंपरोरली आउट ऑफ सर्विस का मैसेज सुनाई पड़ता रहा। जबकि खोराबार पुलिस स्टेशन का बेसिक फोन दिस नंबर डज नाट एग्जिस्ट सुनाता रहा। जबकि गुलरिहा के लैंडलाइन से बिजी होने के डायल टोन मिले। कई बार प्रयास करने के बाद भी फोन से आवाज आती रही कि नंबर अभी व्यस्त है।

महिला थाना का फोन नहीं उठा, कैसे दिखाएंगे संवेदनशीलता

महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध को रोकने के लिए सजगता और संवेदनशीलता की बात चल रही है। जिले में महिला थाना पुलिस की भूमिका को बढ़ा दिया गया है। महिला पुलिस की स्पेशल टीम रोजाना गश्त करके शोहदों, मनचलों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। लेकिन यदि किसी पीडि़त ने इमरजेंसी में यहां के लैंडलाइन नंबर पर कॉल कर दिया तो उसे मदद मिल पाना मुश्किल होगा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में महिला थाना के फोन की घंटी काफी देर तक बजती रही लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।

इन थानों के बेसिक फोन पर यह रहा हाल

कोतवाली 0551- 2200354 चार रिंग पर फोन उठा, आवाज आई श्रीमान कोतवाली थाना

राजघाट 0551- 2531056 छह बार में फोन उठा, रिसीवर ने कहा कि राजघाट थाना से बोल रहा हूं

कैंट 0551- 2200169 यह नंबर अस्थाई रूप से सेवा में नहीं है।

खोराबार 0551- 2373340 दिस नंबर डज नाट एग्जिस्ट

गोरखनाथ 0551- 2255057 घंटी बजती रही लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।

शाहपुर 0551- 2500738 तीन रिंग पर फोन उठाने वाले ने कहा कि श्रीमान थाना शाहपुर से बोल रहा हूं।

महिला थाना 0551- 2200704 काफी देर तक घंटी बजी, लेकिन फोन नहीं उठा।

चिलुआताल थाना 0551- 2261718 छठवीं रिंग पर फोन उठा। फोन उठाने वाले ने कहा कि चिलुआताल से बोल रहा हूं।

गुलरिहा 0551- 2500266 काफी देर तक नंबर बिजी रहा। हर बार कॉल करने पर आवाज आती रही कि यह नंबर अभी व्यस्त है।

ऐसे कैसे मिल पाएगी मदद

शहर में पुलिस के बेसिक फोन की हालत से इस बात का अंदाजा लग गया कि जरूरत पड़ने पर आसानी से मदद नहीं मिल पाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इमरजेंसी के लिए यूपी 100 नंबर है। इस पर कॉल करने के बाद पुलिस मदद के लिए कॉलर के पास पहुंचती है। जरूरत पड़ने पर वायरलेस के जरिए मैसेज पास करके थानों की फोर्स भेजी जाती है। हालांकि पुलिस अधिकारी जितने भी दावे कर लें लेकिन फोन की हालत से इस बात की उम्मीद नहीं की जा सकती है कि जरूरत पड़ने पर मदद मिल जाएगी।

Posted By: Inextlive