RANCHI : रांची पुलिस बच्चों को बेचे जाने के मामले में मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल हृदय की वार्डेन कनोलिसिया और अनिमा इंदवार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। एसएसपी अनीस गुप्ता ने कहा कि इन दोनों से यह जानकारी लेने की कोशिश की जाएगी कि जो विक्टिम यहां रह रही हैं, उनके बच्चों को आखिर कहां और किसके पास बेचा गया, ताकि उन्हें भी गिरफ्त में लेकर पूछताछ की जा सके।

रिकॉर्ड का हो रहा है मिलान

इधर, सीडब्ल्यूसी यह देख रही है कि आखिर शिशु भवन में बरामद बच्चे सीडब्ल्यूसी में रजिस्टर्ड हुए हैं या नहीं। रिकॉर्ड का मिलान कर रही है। रिकॉर्ड के मिलाने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर कौन-कौन से बच्चों का रिकार्ड दिया गया है।

संचालक से फिर पूछताछ

शनिवार को कोतवाली थाने मे निर्मल हृदय की संचालक मेरी मेरिडीयन को बुलाया गया था। दस्तावेज में उनके दस्तखत छूट गए थे। दस्तखत व पूछताछ के बाद उन्हें वापस जाने दिया गया। फिर, उसकी रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों ने सीडब्ल्यूसी में सौंप दिया गया।

कमीशन के लालच में कोख का सौदा

एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि मिशनरीज संस्था में कई लोग ऐसे हैं, जो वहां पर छोटे-मोटे काम करते हैं। फिर, वे लोग कमाई का साधन करने के लिए इस तरह के बच्चों को गोद लेनेवाले की तलाश करते रहते हैं। इनका चेन सदर अस्पताल, मिशनरीज संस्था के इर्द-गिर्द, रिश्तेदारों आदि तक होते हैं। फिर, कमीशन की लालच में ये लोग कोख का सौदा करने से बाज नहीं आते हैं।

सिर्फ एफिडेविट पर होता था एडॉप्शन

एसएसपी ने बताया कि जब बच्चों को गोद देते थे तो उनलोगों के द्वारा भविष्य में नहीं फंसे। इसके लिए वे सर्टिफिकेट मांगते थे। सर्टिफिकेट के नाम पर इन संस्थाओं द्वारा एफिडेविट कर दिया जाता था और उस पर हस्ताक्षर कर दिया जाता था। ली गई रकम में यह दर्शाया जाता था कि गोद वाले दंपत्ति ने उस संस्था को चैरिटी में दान दिया है।

Posted By: Inextlive