- पिटाई के विरोध में पिंटू ने की थी चाचा और चाची की हत्या

- पुलिस ने दो कातिलों को किया गिरफ्तार किया खुलासा

- पिटाई के बाद चाचा चाची की हत्या करने का लिया था निर्णय

- एसपीओ वकील अहमद की भी हत्या पिंटू ने अपने साथी अजीत के संग मिलकर की थी

Meerut: कंकरखेड़ा में चाचा और चाची की हत्या करने वाले भतीजे पिंटू और उसके साथी को कंकरखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं एसपीओ की हत्या भी पिंटू ने की थी। पुलिस ने दोनों कातिलों को जेल भेज दिया है। इनके कब्जे से एक तमंचा फ्क्भ् बोर, एक तमंचा क्ख् बोर और एक पिस्टल 9 एमएम की बरामद कर ली है।

क्या था मामला

क्भ्.क्.ख्0क्भ् को कंकरखेड़ा की शास्त्री कालोनी के रहने वाले एडवोकेट सतेंद्र सिंह व चंद्रकांता अपने पोते और पोती को सेंट फ्रांसिस स्कूल में छोड़ने के लिए गए थे। सतेंद्र और चंद्रकांता जैसे ही बच्चों को छोड़कर स्कूल से बाहर आए और गाड़ी में बैठे तभी उन पर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कंकरखेड़ा थाने में भतीजे अरुण उर्फ पिंटू पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी रामपुर मोती थाना सरुरपुर के खिलाफ नामजद मुकदमा कायम कराया गया था। पुलिस ने अरुण उर्फ पिंटू और उसके साथी अजीत उर्फ सुमित पुत्र सुभाष सिंह निवासी ककड़रीपुर थाना रमाला बागपत को गिरफ्तार कर लिया है।

थप्पड़ मारने के विरोध में की हत्या

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कातिल से पूछताछ के आधार पर एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि क्9 जनवरी ख्0क्ब् को गांव में दीवार लगाने को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान अरुण उर्फ पिंटू की चाचा सतेंद्र सिंह ने पिटाई कर दी थी। तब से अरुण ने चाचा और चाची से रंजिश रखनी शुरू कर दी थी और हत्या करने का निर्णय ले लिया था। उन्होंने बताया कि चाचा और चाची अरुण को लाइक नहीं करते थे, इसलिए शुरू से ही मन में खटास रहती थी। जिसके चलते अजीत के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया गया।

एसपीओ की हत्या में भी अरुण कातिल

एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि एसपीओ की हत्या भी अरुण और अजीत ने साथ मिलकर की है। हत्या करने के पीछे कारण उन्होंने बताया कि पिंटू ने सन् ख्009 में गाजियाबाद में डॉ। केपी सिंह का अपहरण नीरज और धर्मेद्र समेत कई साथियों के साथ मिलकर किया था। पचास लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी, जिसमें सकुशल डॉक्टर को बरामद कर लिया गया था। इस मामले में सिहानी थाना गाजियाबाद में अरुण उर्फ पिंटू के खिलाफ मुकदमा भी कायम हुआ था, जिसमें जेल गया था। नीरज के माध्यम से अरुण की मुलाकात पाबली खुर्द के रहने वाले बागपत के नामी बदमाश बिंता से हुई। बिंता की एसपीओ वकील अहमद मुखबिरी कर रहा था, जिसके चलते बागपत में भी एसपीओ ने बिंता की मौसी के यहां दबिश डलवाई थी। जिसके बाद से बिंता टारगेट पर आ गया और बिंता के इशारे पर अरुण उर्फ पिंटू ने अजीत उर्फ सुमित के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने दो तमंचे और एक पिस्टल बरामद भी की है।

लूट में भी शामिल था बिंता

कंकरखेड़ा थाना एरिया के रोहटा रोड पर हुई चौदह लाख रुपये की लूट में भी बिंता शामिल था। कुछ दिन पहले पकड़ा गया कुलदीप ने बिंता का नाम भी लूट में लिया था।

Posted By: Inextlive