डीजीपी ने ली परेड की सलामी, 121 पुलिसकर्मी सम्मानित

- गुणवत्तापूर्ण विवेचना के लिये तीन पुलिस इंस्पेक्टर्स को पुरस्कार

- डीजीपी ने गिनाई वर्ष भर की उपलब्धियां

LUCKNOW :

पुलिस वीक-2018 का सोमवार को पुलिस लाइंस में औपचारिक रूप से शुभारंभ हुआ। डीजीपी ओपी सिंह ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर डीजीपी ने बीते एक साल में यूपी पुलिस द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमे ध्यान रखना होगा कि हम अपने कार्य एवं आचरण उच्च कोटि का बनाये रखते हुये विभागीय गरिमा को हमेशा अक्षुण्य बनाये रखना होगा्। जिससे किसी भी तरह से यूपी पुलिस की छवि धूमिल न होने पाये। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ निरंतर अभियान जारी है और जारी रहेगा। कार्यक्रम में डीजीपी ने सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक प्राप्त 121 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को अलंकृत किया। जबकि, गुणवत्तापूर्ण विवेचना करने वाले तीन इंस्पेक्टर्स को भी पुरस्कृत किया गया।

परेड ने सबका मन मोहा

पुलिस लाइंस में आयोजित भव्य परेड का नेतृत्व प्रथम कमांडर सेनानायक 9वीं वाहिनी पीएसी, मुरादाबाद संजीव कुमार त्यागी ने किया। परेड में पीएसी पश्चिमी जोन, पीएसी पूर्वी जोन व पीएसी मध्य जोन की प्लाटून, एसडीआरएफ, ट्रैफिक पुलिस, महिला पुलिस, जीआरपी पुलिस, एटीएस, आरआरएफ, अश्वारोही दल, यूपी 100 का बाइक दस्ता, फायर सर्विस, मोटरसाइकिल फायर सर्विस व पुलिस दूरसंचार की टुकडि़यां सम्मिलित रहीं। जिन्होंने उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। परेड के बाद डीजीपी ने गुणवत्ता पूर्ण विवेचना का प्रथम पुरस्कार 50 हजार रुपये व प्रशस्ति पत्र क्राइम ब्रांच, मुरादाबाद में तैनात इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह, द्वितीय पुरस्कार 35 हजार रुपये व प्रशस्ति पत्र थाना हुसैनगंज, फतेहपुर में तैनात इंस्पेक्टर विपिन कुमार द्विवेदी व तृतीय पुरस्कार 25 हजार रुपये व प्रश्स्ति पत्र थाना मूढापांडेय, मुरादाबाद में तैनात इंस्पेक्टर रवींद्र सिंह को दिया।

जब्तीकरण में बनाया रिकॉर्ड

डीजीपी ओपी सिंह ने उपस्थित अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी कानून-व्यवस्था प्रदेश के चहुमुखी विकास की धुरी है। इसी वजह से यूपी पुलिस कानून-व्यवस्था, अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण बनाए रखने के लिये तत्पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समक्ष बीते साल कई चुनौतियां आई, जिनका यूपी पुलिस ने कुशलता से मुकाबला किया। महत्वपूर्ण त्योहारों व मेलों का आयोजन सकुशल संपन्न कराया गया।

पुलिस कार्रवाई

- 3352 अपराधियों को अरेस्ट

- 69 दुर्दात अपराधी मुठभेड़ में ढ़ेर

- 847 अपराधी घायल

- 4 पुलिस कर्मी शहीद

- 540 पुलिस कर्मी घायल

- 286 अपराधियों पर रासुका

- 1.84 अरब से ज्यादा की संपत्ति जब्त

तकनीक की ले रहे मदद

डीजीपी ने कहा कि बेहतर पुलिसिंग व पब्लिक को ज्यादा से ज्यादा सहयोग करने के लिये तकनीक की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि वूमेन पावर लाइन 1090 के जरिए दो लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। वूमेन पावर लाइन द्वारा 1090 एप लॉन्च किया गया है। इसे लखनऊ के सभी थानों, जीआरपी व यूपी 100 से लिंक किया गया है। इसे प्रदेश के अन्य थानों से लिंक करने की कवायद जारी है। उन्होंने कहा कि छेड़खानी की शिकायतों को 1090 तक पहुंचाने के लिये पावर एंजिल योजना प्रारंभ की गई है। प्रदेश में नारी सशक्तीकरण संकल्प अभियान व्यापक रूप से चलाया जा रहा है। बताया कि यूपी पुलिस ने 'यूपी कॉप' मोबाइल एप तैयार कराई जा रही है। जिसके जरिए आम लोगों को पुलिस विभाग की 27 सेवाओं का लाभ घर बैठे मिलेगा। सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों की रोकथाम के बारे में डीजीपी ने बताया कि अब तक 2.40 लाख डिजिटल वॉलंटियर्स को वॉट्सएॅप ग्रुप बनाकर जोड़ा गया है।

एटीएस, एसटीएफ का प्रदर्शन उल्लेखनीय

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जहां एटीएस ने आईएसआईएस, हिज्बुल मुजाहिदीन, जमातुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैय्यबा जैसे संगठनों के आतंकियों को अरेस्ट किया। वहीं, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी द्वारा नगारिकों को सोशल मीडिया पर टारगेट कर महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त करने के इरादों पर एटीएस ने पानी फेर दिया। इसी तरह एसटीएफ ने भर्ती परीक्षाओं में नकल, पेपर लीक जैसी धांधली, पेट्रोल पंपों पर घटतौली जैसी घटनाओं का खुलासा कर अपराधियों को पकड़ा है। एसटीएफ की साइबर सेल ने 3700 करोड़ रुपये का पोंजी स्कैम पकड़ा।

37 हजार से अधिक प्रमोशन

पुलिसकर्मियों के कल्याण पर बात करते हुए डीजीपी ने बताया कि बीते वर्ष इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेड कॉन्सटेबल के विभिन्न पदों पर 37 हजार 487 कर्मियों को प्रमोशन दिया गया है। वहीं, पुरुष, महिला व पीएसी आरक्षियों के 33 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जबकि, एक लाख से अधिक पदों पर भर्ती की कार्यवाही चल रही है। इसके अलावा एसडीआरएफ के लिये 535 पद, एटीएस के लिये 316 पद, एसटीएफ के लिये 267 पद, लखनऊ व गौतमबुद्धनगर के लिये एक-एक साइबर क्राइम थाना के लिए 128 नये पद सृजित किये गए हैं।

Posted By: Inextlive