बेशक सुप्रीम कोर्ट के वर्डिक्ट ने संजय दत्त को खलनायक का दर्जा दे दिया हो पर लगता है वो खुद को मुन्ना भाई के करेक्टर से कभी अलग नहीं कर पाएंगे.


अपनी जादू की झप्पी से दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले मुन्ना भाई 1993 के मुंबई बम धमाके मामले में आर्म्स एक्ट के तहत सजा काट रहे हैं. उन्हें हाल ही में मुंबई की आर्थर रोड जेल से पुणे की यरवदा जेल में एज कैदी नंबर 16656, शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन जाने से पहले वह आर्थर जेल के अपने को प्रिजनर्स और स्टाफ के लिए अपनी एक फिल्म दिखाने का अरेंजमेंट कर गए हैं. उन्होंने इन्हें अपनी अपकमिंग फिल्म 'पुलिसगीरी' दिखाने के लिए प्रोड्यूसर्स से स्पेशल रिक्वेस्ट  की थी जिसे मान लिया गया. खबर को कंफर्म करते हुए फिल्म के प्रोड्यूसर राहुल अग्रवाल ने बताया कि संजय दत्त की रिक्वेस्ट पर आर्थर रोड जेल एडमिनिस्ट्रेशन को फिल्म की 500 टिकटें भेजी जा रही हैं. संजय चाहते हैं कि जेल का स्टाफ और कैदी उन्हें एक पुलिस ऑफीसर का रोल प्ले करते हुए देखें.

Posted By: Kushal Mishra