पॉलिसी ठग गिरोह का भंडाफोड़
- गिरोह के कुल 7 सदस्यों की गिरफ्तारी
- नोएडा से गिरफ्तार किए गए 6 आरोपी - एक आरोपी पहले से जेल में देहरादून, इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक शातिर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, मामले में एक आरोपी पहले ही जेल में बंद है, जिससे पूछताछ के बाद ही अन्य आरोपियों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया। गिरोह के सदस्यों से मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, कैश और एक कार बरामद हुई है। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। कॉलर्स ने लिया झंासे मेंमामला 2014 का है। रानीपोखरी निवासी अनिल सिंधवाल नामक व्यक्ति को बीमा कंपनी का एजेंट बन अलग-अलग नाम और मोबाइल नंबर से लगातार कॉल आती रहीं, जिसमें उसे बताया गया कि उसकी बीमा पॉलिसी मैच्योर हो गई है, लेकिन अगर वह कुछ और पैसा पॉलिसी में जमा करे तो ज्यादा मुनाफा होगा। अनिल कॉलर्स के झांसे में आ गया और बताए गए अकाउंट्स में उसने करीब 10 लाख रुपए जमा कर दिये। इसके बाद भी जब पॉलिसी का भुगतान नहीं हुआ तो उसे शक हुआ। उसने पैसा जमा करना बंद कर दिया। इसके बाद उसे फिर कॉल आई और बताया गया कि किश्त जमा न करने के कारण उसकी इंश्योरेंस पॉलिसी डेड हो गई है, पॉलिसी रिन्यूअल के लिए उसे 30 हजार रुपए फिर जमा कराने को कहा गया। अनिल को अपने साथ धोखे का अहसास हुआ तो उसने सीधे एसएसपी निवेदिता कुकरेती से मामले की शिकायत की। एसएसपी ने रानीपोखरी पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए, केस दर्ज हुआ और पुलिस ने तफ्तीश शुरू की।
महिला के नाम मिला अकाउंट पुलिस ने उस बैंक अकाउंट की जानकारी जुटाई जिसमें पीडि़त द्वारा पैसे जमा कराए गए थे, तो अकाउंट कविता नामक महिला के नाम था। पुलिस महिला के घर पहुंची और पड़ताल की तो पता चला कि खाता महिला के पति ने ठगी की रकम जमा करवाने के लिए खुलवाया था। पुलिस ने महिला के पति महेश लाल पुत्र विजय लाल निवासी फटगली जिला अल्मोड़ा को 1 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी से पुलिस ने पूरे गिरोह की जानकारी जुटाई। नोएडा से दबोचा गिरोहआरोपी से गिरोह के 6 अन्य सदस्यों की जानकारी जुटाकर धरपकड़ शुरू हुई। पुलिस की टीम ने आरोपियों को दबोचने के लिए दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा सहित एनसीआर इलाकों में दबिश दी। मोबाइल नंबर ट्रेस किया गया तो आरोपियों की लोकेशन नोएडा में मिली, पुलिस ने रविवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उन्हें दून लाया गया।
ठगों का आपस में तय था शेयर पुलिस पूछताछ में पता चला कि गिरोह के हर सदस्य का ठगी के पैसे में शेयर तय था। दो आरोपी लोगों को कॉल कर झांसे में लेते थे, उन्हें सबसे ज्यादा शेयर मिलता था। एक आरोपी पैसा मंगाने के लिए अकाउंट खुलवाता था, उसे 10 परसेंट शेयर दिया जाता था। एक आरोपी एटीएम के जरिए पैसा विड्रॉल करता था, उसका भी शेयर फिक्स था। आरोपियों का ठिकाना कोई ट्रेस न कर पाए, इसलिए वे अलग-अलग स्थानों से कॉल कर लोगों को झांसे में लेते थे। गिरोह की पहचान 1-दीपक सिंह पुत्र सुभाष सिंह निवासी बुलंदशहर यूपी हाल निवासी गौतमबुद्धनगर 2.धमेंन्द्र कुमार पुत्र मिठन सिंह निवासी मेरठ हाल निवासी गाजियाबाद 3. मोहित पुत्र गुलाब सिंह निवासी बुलंदशहर, हाल निवासी नोएडा 4. आनंद पांडे निवासी गोंडा हाल निवासी दिल्ली 5.दीपक कुमार पुत्र विजय सिंह निवासी अलीगढ़, हाल निवासी नोएडा 6-सुधीर गुप्ता पुत्र मुन्ना लाल गुप्ता निवासी जलालाबाद, यूपी, हाल निवासी दिल्ली ठगों से बरामद सामग्री 9 मोबाइल फोन 8 डेबिट कार्ड 4 क्रेडिट कार्ड1 पेटीएम कार्ड
4 पासबुक (पीएनबी, इंडियन बैंक) 17000 रुपए कैश 1 कार (यूपी 16 एक्स 8087) यह लोग पॉलिसी के नाम पर लोगों का अलग-अलग नंबरों से कॉल करके झांसे में लेते थे। पॉलिसी में ज्यादा मुनाफे की बात कह अकाउंट में पैसे जमा कराते थे और हड़प लेते थे। आरोपियों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है। निवेदिता कुकरेती, एसएसपी।