पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर ख़ैबर क्षेत्र में कबायली नेता बंधक बनाए गए पोलियो कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए संदिग्ध चरमपंथियों से बातचीत कर रहे हैं.


चरमपंथियों ने स्कूली बच्चों को पोलियो अभियान में लगे चार शिक्षकों को बारा इलाक़े के एक स्कूल से अगवा कर लिया था.इलाक़े में चरमपंथी अक्सर पोलियो कार्यकर्ताओं का अपहरण कर लेते हैं. उनका आरोप है कि ये कार्यकर्ता पश्चिमी देशों के जासूस हैं और उनकी गतिविधि मुस्लिमों को नपुंसक बनाने की साज़िश का एक हिस्सा है.पाकिस्तान में अब भी पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं.संवाददाताओं का मानना है कि चरमपंथियों के विरोध के कारण देश में  पोलियो अभियान में अड़चनें आ रही हैं.बारा में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पोलियो कार्यकर्ताओं के अपहरण के पीछे लश्कर-ए-इस्लामी संगठन का हाथ है.अधिकारी ने कहा, "कबायलियों की सबसे बड़ी पंचायत जिरगा ने लश्कर-ए-इस्लामी के लोगों से बातचीत शुरू कर दी है. हमें पोलियो कार्यकर्ताओं के जल्द रिहा होने की उम्मीद है."

Posted By: Subhesh Sharma