-चुनाव आयोग के डंडे के डर से राजनेतिक पार्टियों की मीटिंग्स हो रही गुपचुप तरीके से

-होली के बहाने पहुंचे नेता, अनुमति की औपचारिकता से बचने के लिए लिया सहारा

AGRA। चुनावी सीजन में हर कैंडिडेट की नजर वोटर्स पर गढ़ी हुई है। खुद के पाले में ज्यादा से ज्यादा वोटों को खींचने के लिए राजनेता भरसक प्रयास कर रहे हैं। होली के त्योहार को नेताओं और पार्टियों ने जमकर कैश कराया। राजनेतिक पार्टीज के नेता होली के हुड़दंग को वोट में तब्दील करने की जुगत में आगरा के कई एरियाज में चोरी-चोरी, चुपके-चुपके पहुंचे।

बचे रहे औपचारिकता से

होली के रंग वोटर्स पर चढ़ाने के लिए मंडे को अलग-अलग पार्टीज के नेता पब्लिक के बीच उनकी बस्तियों में पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग की ओर से इश्यु की गई गाइडलाइंस के तहत औपचारिकता से बचने के लिए इस होली सभी ने जमकर फायदा उठाया। होली के रंग में आयोग भंग ना डाल दे, इसलिए ऐन होली वाले दिन डिफरेंट पार्टीज के कैंडिडेट बिना झंडे वाली गाड़ी लेकर अपने 'खास' के साथ अपने-अपने समर्थकों की बस्तियों में वोटर्स को खुश करने के लिए पहुंचे।

क्या करेगा आयोग?

सूत्रों का कहना है कि चुपके-चुपके चुनावी गेम खेलने का प्लान फुलप्रूफ रखा गया था। इसकी कानोंकान किसी को भी भनक ना लग जाए, इसका खास ख्याल रखा गया। ऐसे में सवाल यह उठता है कि भला चुनाव आयोग का डंडा इन नेताओं पर चलेगा भी तो कैसे? क्योंकि चुनाव आयोग को तो एक्शन के लिए बाकायदा सबूत चाहिए। वह भी वीडियो कैमरे में कैद वाला।

Posted By: Inextlive