Allahabad: फस्र्ट टाइम किसी जज के सामने खड़े हुए. पहले थोड़ा नर्वस फील हुआ लेकिन जब खुद को संभालते हुए अपनी बात रखनी शुरू की तो फिर धीरे-धीरे कांफिडेंस बढ़ता गया. फाइनली हमने मिलकर एक प्रोफेशनल अंदाज में अपनी बात रखी. ये कहना है उन भावी एडवोकेट्स का जिन्होंने 28 मई को हुई एक हिस्ट्रीशीटर की मौत के बाबत होईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की है. वेडनसडे को उन सभी ने इस मामले में जज के सामने अपनी बात रखी. उनकी दलील पर कोर्ट ने मामले की दोबारा जांच का आदेश दिया है.

Law के student हैं सभी

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के लॉ फाइव इयर के स्टूडेंट कृष्ण मुरारी ने अपने चार फ्रेंड्स के सुभांशु पटारिया, मनीष चौहान, अपूर्व मेहरोत्रा व सौरभ मिश्रा के साथ मिलकर 28 मई की एक घटना के मामले में हाईकोर्ट ने पीआईएल दाखिल की। वेडनसडे को कोर्ट में उन सभी को उनका पक्ष रखना था। कोर्ट में जज के सामने इन सभी ने बारी-बारी से अपनी बात रखी। स्टूडेंट्स की दलील को सुनने के बाद कोर्ट ने घटना फिर से इंक्वॉयरी का निर्देश दिया है।

पुलिस लू लगना मान रही मौत का कारण 

एयू के लॉ फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट कृष्ण मुरारी ने अपने फ्रेंड्स के साथ जिस घटना को लेकर पीआईएल दाखिल की है वह घटना 28 मई को हुई हिस्ट्रीशीटर राम अवध उर्फ जग्गा की मौत से जुड़ा है। पुलिस जहां जग्गा की मौत का कारण लू लगना बता रही है। वहीं जग्गा की मौत के बाद उसके परिजनों का कहना था कि उसकी मौत पुलिस हिरासत में जबरदस्त पिटाई से हुई। हालांकि बाद में परिजन खुद के बयान से मुकर गए थे। भावी एडवोकेट्स के मुताबिक उनकी दलील पर कोर्ट ने फिर से मामले की इंक्वॉयरी करने का आदेश दिया है. 

Posted By: Inextlive